संस्कृति केएमवी स्कूल, जालंधर ने सीबीएसई सीओई चंडीगढ़ के सहयोग से सीबीएसई अधीन विद्यालयों
में कार्यरत अध्यापकों के लिए शनिवार, 24 सितंबर, 2022 को सीबीएसई क्षमता निर्माण वर्कशॉप की
मेजबानी की । सीबीएसई द्वारा संसाधन माध्यम के रूप में जीवन कौशल' पर कार्यशाला संबोधन के लिए
राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त श्री गुरु हरकिशन पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्या डॉ. नवनीत
कौर को कार्य भार सौंपा । कार्यशाला सत्र को "एबीसी ऑफ मी’ नामक एक दिलचस्प अंदाज के साथ शुरू
किया गया एवं केवाईएल ब्रेनस्टॉर्मिंग टूल परीक्षण की सहायता से एक दूसरे का परिचय प्राप्त कर सभी
को अपने पूर्व ज्ञान को सक्रिय करने, पूछताछ के क्षेत्रों की पहचान करने और सीखने के लिए प्रतिबिंबित
करने में मदद मिली। कार्यशाला चर्चा में आत्म-संश्लेक्षण पर जोर दिया गया। शिक्षकों को आत्म-प्रेम,
सकारात्मक दृष्टिकोण, आत्मिक उन्नति, संबंधितता और सुरक्षा, उच्च आत्मसम्मान और आत्म-वास्तविकता
के महत्व के बारे में भी बताया गया । पारस्परिकता, भावनात्मकता, और मनन कौशल को जीवन कौशल
की तीन बुनियादी श्रेणियाँ बताते हुए कार्यशाला सत्र को आगे बढ़ाया गया। जीवन में इसकी वास्तविक को
विभिन्न उदाहरणों की सहायता से समझाने का प्रयास किया गया साथ ही छात्रों का सकारात्मक
दृष्टिकोण, त्वरित निर्णय लेने की क्षमता, संचार गुणों में सुधार, क्रोध को नियंत्रित करना, आत्मसम्मान
और आत्मविश्वास में वृद्धि करने के लिए विभिन्न जीवन कौशलों की आवश्यकता को समझाया । स्कूल
प्रधानाचार्या श्रीमती रचना मोंगा जी ने संसाधन माध्यम डॉ श्रीमती नवनीत कौर के प्रति आभार व्यक्त
करते हुए विद्यार्थियों के लिए जीवन कौशल की कार्यशाला सत्र को अत्यंत योजनाबद्ध कार्यशाला कहा।
विद्यार्थियों में इन गुणों को विकसित कर जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए सहायक बताया।

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