सुनती है मां सुनाने वाला चाहिए ।नवजीत भारद्वाज
जालंधर (संदीप ): अपना दर्द अपने आराध्य को ही बताना चाहिए वैसे प्रभु तो अंतर्यामी है फिर भी प्रार्थना पत्र तो देना ही चाहिए अपने विचारों को मां बगलामुखी धाम (लंबा पिंड चौक से जंडू सिंघा रोड स्थित गुलमोहर सिटी )के संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने सप्ताहिक हवन यज्ञ के अवसर पर सांझा करते हुए कहा कि कुछ लोगों का स्वभाव होता है कि वह दूसरों से अपनी बात समझी करते हैं वह अपना दर्द उन्हें संभवतः इसलिए बताते हैं कि वह उनके दुखः का निवारण कर सके परंतु देखा यह जाता है कि आपके जाने के बाद वह आपके दुख का मजाक ही उड़ाते हैं वैसे भी मानवीय स्वभाव है कि कोई भी अपने को दूसरों से श्रेष्ठ समझता है जिसके पास साधन है वह समझता है कि यह साधन उसने अपनी समझदारी से प्राप्त किया है दूसरे में वह गुण नहीं जो उसमें है अपने विचारों को विस्तार से स्पष्ट करते हुए नवजीत भारद्वाज ने कहा कि यदि आप साधन संपन्न है तो उन्हें प्रभु का आभार समझते हुए निराश एवं आश्रितों को बांटना चाहिए कबीर जी ने कहा है कि चिड़ी चोंच भर ले गई नदी न घटिया नीर दान दिए धन ना घटे कह गए । भगत कबीर हर समय यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि जो दे सकता है वह ले भी सकता है। संत जनों ने खूब कहा है कि मेरा मुझमें कुछ नहीं जो कुछ है सो तेरा तेरा शुभ तुझको सौंप दे क्या लागे है मेरा । आज के सप्ताहिक हवन में यज्ञ में मुख्य यजमान रानी सरीन, निर्मल शर्मा, मोनिका बहल, इंदु खनना, श्रीकंठ जज,मुकेश चौधरी, गौरव कोहली, ओंकार सिंह, स बलजिंदर सिंह, मनू शर्मा,सुरेंदर देव, रजिंदर सहगल, दिनेश बहल, सुरेंदर सिंह बावा ,ठाकुर बलदेव सिंह, सूरज, गौरव छाबड़ा, इंजीनियर चोपडा, संजीव शर्मा, बलदेव शर्मा, सुरेश शर्मा, महिंदर पाल चोपड़ा, मोहित बहल, एडवोकेट राजकुमार, कुनाल अग्रवाल, दिवाकर भारद्वाज, सुनील जगगी ,नरेश वर्मा, पं पिंटू शर्मा ,पं अविनाश गौतम सहित भारी संखया में मां भक्त मौजूद थे।
आरती उपरांत लंगर भंडारे का भी वितरण किया गया।