युवाओं के आतंकी संगठनों में भर्ती होने का मुद्दा सुरक्षाबलों के लिए चिंता का विषय रहा है. सुरक्षाबलों की ओर से जम्मू कश्मीर के युवाओं को आतंकवाद  के खिलाफ जागरूक भी किया जाता है. इन सबके बीच घाटी से आतंकवाद  को लेकर कुछ आंकड़े आए हैं, जो राहत देने वाले हैं. इनके अनुसार इस साल आतंकी संगठनों  में जम्मू कश्मीर के स्थानीय स्तर पर भर्तियां काफी कम हुई हैं.केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल  के अधिकारियों ने जानकारी दी है इस साल 8 मई तक एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार 2018 में आतंकवादी संगठनों में 187 स्थानीय लोग शामिल हुए थे. जबकि 2019 में 121 स्थानीय लोग आतंकवादी संगठनों में गए थे. 2020 में यह संख्या 181 थी. 2021 में यह फिर घटकर 142 हो गई. जबकि 2022 में अब तक महज 28 स्थानीय लोग ही आतंकी संगठनों में शामिल हुए हैं. यह अच्दी बात है कि घाटी में लोग आतंक के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहेजम्मू-कश्मीर में पिछले दो साल में आतंकवादी संगठनों में शामिल होने वाले स्थानीय युवाओं की संख्या में तेज बढ़ोतरी चिंता का कारण है. अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के आतंकियों की संख्या कुल सक्रिय आतंकवादियों का लगभग 60 फीसदी है. यह बात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के सूत्रों ने बुधवार को कही है.

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