फगवाड़ा 22 सितंबर (शिव कौड़ा) कनाडा सरकार द्वारा खालिस्तानी तत्वों का खुला समर्थन करने और गुरपतवंत पन्नु की ओर से कनाडा के हिन्दुओं को देश छोड़ जाने की गीदड़ भभकी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए शिव सेना (यूबीटी) के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष इन्द्रजीत करवल और शिव सेना की यूथ इकाई युवा सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष बलजीत सिंह ने कहा कि एक तरफ जहां कनाडा सरकार आतंकवादियों का समर्थन करके आग से खेल रही है वहीं गुरपतवंत पन्नु हिन्दू विरोधी बयानबाजी करके गुरुओं की शिक्षाओं का अनादर कर रहा है। इन्द्रजीत करवल ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से सवाल किया कि उन्हें कनाडा की धरती पर भारती तिरंगे का अपमान क्यों दिखाई नहीं देता। करवल ने कहा कि भारत को वांछित आतंकियों और गैंगस्टरों को पनाह देना कनाडा को महंगा पड़ेगा। क्योंकि यह लोग भस्मासुर बनकर कनाडा की बर्बादी का कारण बनेंगे। वहीं बलजीत सिंह ने कहा कि गुरपतवंत पन्नु को खालिस्तान चाहिये तो भारत में आकर संघर्ष करे ताकि उसे यहां का सिख समाज उसकी हैसियत दिखा सके। उन्होंने भी सवाल किया कि पंजाब के युवाओं को खालिस्तान के नाम पर भडक़ा कर भारत विरोधी ताकतों से लाखों डालर कमाने वाला पन्नु अपनी औलाद को खालिस्तान की लड़ाई के लिये भारत क्यों नहीं भेजता। बलजीत सिंह ने कहा कि पन्नु द्वारा हिन्दुओं को कनाडा छोड़ जाने की धमकी एक संगीन अपराध है, जिसका संज्ञान लेकर ट्रूडो सरकार को पन्नु की कनाडा में एंट्री बैन करनी चाहिये। युवा सेना नेता ने कहा कि पन्नु न तो गुरु सिख बन सका है और न ही गुरुवाणी को समझता है जिसमें मानस की जात सभै एकै पहिचानबो और ना कोई बैरी ना ही बेगाना का स्पष्ट उपदेश है। उन्होंने पंजाब के समूह युवाओं से पुरजोर अपील कर कहा कि वे लोग पन्नु जैसे सिरफिरों को बिल्कुल भी गंभीरता से न लेते हुए पंजाब और भारत की खुशहाली में अपना योगदान दें।
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