शिमला: Himachal Lockdown E Pass Process, यह थी तो हिमाचल प्रदेश में प्रवेश के लिए सुविधा लेकिन छेड़छाड़ हुई तो सख्ती बढ़ गई। अन्य राज्यों से हिमाचल आने वालों को अब उपायुक्त (डीसी), अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) व एसडीएम की अनुमति पर ही प्रवेश मिलेगा। प्रदेश सरकार ने ऑटो ई-पास की अनुमति प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से बंद कर दी है। इससे पूर्व डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.सीओवीआइडी19ईपीएएसएस.जीओवी.इन पर पंजीकृत करने और जरूरी जानकारी भरने पर ई-पास मिल रहा था। फैसला इसलिए लिया गया कि शुक्रवार को ही डोनाल्ड ट्रंप व अभिनेता अमिताभ बच्चन के नाम से ई-पास जारी हो गए थे।बात इतनी बढ़ी कि राज्य के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने सॉफ्टवेयर ही बदल दिया। अब हिमाचल से बाहर रहने वाले हिमाचलियों को भी इसी माध्यम से आना होगा। पिछले वर्ष कफ्र्यू के दौरान ई-पास के माध्यम से करीब पौने चार लाख लोग प्रदेश में आए थे। इस प्रक्रिया के दोबारा से लागू होने से लोगों को ई-पास के लिए इंतजार करना होगा। यह व्यवस्था इसलिए लागू की है ताकि पात्र लोग हिमाचल में प्रवेश कर सकें और फर्जी नाम व दस्तावेजों के आधार पर आने वालों को रोका जा सके।निदेशक सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग आशुतोष गर्ग का कहना है प्रदेश सरकार ने सॉफ्टवेयर में बदलाव करने के लिए कहा है। अब हिमाचल में प्रवेश करने वालों को ई-पास अधिकारियों की अनुमति के बाद ही जारी हो सकेंगे।हुआ यूं कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एवं अभिनेता अमिताभ बच्चन के नाम से जारी हिमाचल आने का ऑनलाइन पास सामने आते ही सवाल उठने लगे। अलग-अलग संख्या के दो पास बने। बताया गया कि दोनों चंडीगढ़ से शिमला आएंगे। दोनों पास आवश्यक सेवाओं के लिए बने। अमिताभ बच्चन के पास पर मेजबान के रूप में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल का नाम दर्ज था। दरअसल, सरकार की मंशा थी कि इस बार ई-पास मंजूर न होने की दिक्कत का सामना लोगों को न करना पड़े, इसके लिए सरकार ने पास को ऑटो मंजूरी की व्यवस्था की थी। इसमें पहले की तरह संबंधित जिला अधिकारी से मंजूरी की जरूरत नहीं थी। ऐसे में जिसने, जिस नाम से आवेदन किया, उसे सिस्टम से ही मंजूरी मिल रही थी। डोनाल्ड ट्रंप व अमिताभ के नाम ई-पास जारी होने के बाद शिमला पुलिस ने शिकायत आने के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।