जालंधर : संजय कालिया
परम पवित्र ग्वालपाड़ा धाम, आसाम में 16 – 17 – 18 अप्रैल 2024 को होने वाले दिव्य व विशाल गुरु महाराज परमाराध्य श्रील भक्ति बल्लभ तीर्थ गोस्वामी महाराज जी के *जन्म शताब्दी महोत्सव की तैयारी के लिए* आज श्री भक्ति विचार विष्णु महाराज जी के नेतृत्व में 14 भक्तों की एक एडवांस पार्टी चंडीगढ़ से प्रातः 9 बजे ग्वालपाड़ा के लिए रवाना हुई।
इस मौके अखिल भारतीय श्री चैतन्य गौड़िय मठ के वर्तमान आचार्य १०८ त्रिदंडी स्वामी भक्ति विचार विष्णु गोस्वामी महाराज जी ने श्रील भक्तिसिद्धांत सरस्वती ठाकुर प्रभुपाद जी कि शिक्षाओं में से एक शिक्षा को याद करते हुए बताया कि यदि आप शुद्ध-नाम का जप करते हैं तो भौतिक गतिविधियों के लिए आपकी सभी इच्छाएं पूरी तरह से नष्ट हो जाएंगी। आध्यात्मिक गुरु द्वारा दीक्षा लेने से पवित्र नाम का जाप करने का उत्साह और प्रेरणा मिलती है। इसके अलावा, आप स्वयं को भगवान हरि के सेवक के रूप में पहचानते हैं और इस प्रकार सकाम कर्म से मुक्त हो जाते हैं। अगर साधना भक्ति का जीवन शुरू करने के बाद आप फिर से खुद को सकाम कार्यों में डुबाना चाहते हैं, तो इसका मतलब है कि आपने भगवान का एक नाम भी नहीं जपा है! अज्ञानी जीव असहाय महसूस करता है, इसलिए वह इन्द्रियतृप्ति के लिए धन सुरक्षित करने का प्रयास करता है। लेकिन मुक्त भक्त केवल कृष्ण के पवित्र नाम का जाप करते हैं।”
चंडीगढ़ में स्थित श्री चैतन्य गौड़िय मठ में वहां के भक्तों में बड़े उत्साह के साथ, विशेष रूप से पूज्यपाद १०८ त्रिदंडी स्वामी वामन महाराज जी द्धारा भगवान श्री राधामाधव जी की आशीर्वादी माला भक्तों को प्रदान करके *वेदांत रथ* को ग्वालपाड़ा के लिए रवाना किया।