जालंधर:- मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नज़दीक लमांपिंड चौंक जालंधर में मां बगलामुखी जी के निमित्त सप्ताहिक दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन मदिंर परिसर में किया गया।
सर्व प्रथम ब्राम्हणों द्वारा मुख्य यजमान रोबिन चौहान से विधिवत वैदिक रिती अनुसार पंचोपचार पूजन, षोडशोपचार पूजन, नवग्रह पूजन उपरांत सपरिवार हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई।
सिद्ध मां बगलामुखी धाम के प्रेरक प्रवक्ता नवजीत भारद्वाज जी ने दिव्य हवन यज्ञ पर उपस्थित मां भक्तों को अमृत वचनों का ब्याखान करते हुए कहाकि हिंदू संस्कृति में गौ माता का विशेष स्थान है। इसलिए गौ माता को माता का दर्जा दिया गया है। शास्त्रों में गौ माता की साक्षात यज्ञ रूप मान्यता है। गौ में मां जैसी ममता, करुणा और वात्सल्य है, वह मानव मात्र का हित करने वाली है। इसलिए हमारे पूर्वजों ने गौ सेवा, गौ माता की पूजा, रक्षा को दिनचर्या का अंग बनाया था। कहते हैं देशी गायों की सेवा के निमित्त किया गया एक ग्रास का दान भी सुख-समृद्धि-सौभाग्य जगाता है। महाभारत में गौ सेवा की महिमा को लेकर वर्णन है कि जो व्यक्ति स्त्री-पुरुष सहित सम्पूर्ण कुटुम्ब गौ माता की सेवा करता है, उनकी पवित्र सान्निध्य का उपयोग करता है, गौ माता को सन्तुष्ट रखता है, उसे गौ माता अत्यन्त दुर्लभ आशीर्वाद प्रदान करती है, सौभाग्य जगते हैं।
नवजीत भारद्वाज जी ने कहा कि तीर्थों में स्नान-दान करने से, ब्राह्मणों को भोजन कराने से, व्रत-उपवास और जप-तप और हवन-यज्ञ करने से जो पुण्य मिलता है, वही पुण्य गौ को चारा या हरी घास खिलाने से प्राप्त हो जाता है। गौ-सेवा से दुख-दुर्भाग्य दूर होता है और घर में सुख-समृद्धि आती है और जो मनुष्य गौ माता की श्रद्धापूर्वक पूजा-सेवा करते हैं, देवता उस पर सदैव प्रसन्न रहते हैं। जिस घर में भोजन करने से पूर्व गौ-ग्रास निकाला जाता है, उस परिवार में अन्न-धन की कभी कमी नहीं होती है। उन्होंने कहा कि यदि तीर्थ यात्रा की इच्छा हो, पर शरीर में ताकत या पास में पैसा न हो, तो गौ माता के दर्शन, गौ की पूजा, और परिक्रमा करने से सारे तीर्थो का फल मिल जाता है। गाय सर्वतीर्थमयी है, गौ की सेवा से घर बैठे ही 33 कोटि देवी देवताओ की सेवा हो जाती है।
उन्होंने कहा कि गाय की महिमा को शब्दों में नहीं बांधा जा सकता, उसकी महिमा अपरंपार है। पुण्य फल की प्राप्ति के लिए प्रतिदिन हमें गौ-दर्शन अवश्य करना चाहिए।
इस अवसर पर समीर कपूर, मुनीष शर्मा,राकेश शर्मा, अमरेंद्र कुमार शर्मा,रिंकू सैनी, सुक्खा अमनदीप,चेतन अरोडा, अवतार सैनी,गौरी केतन शर्मा,सौरभ ,मोहित राणा,सौरभ अरोडा, नरेश त्रेहन, रजेश महाजन ,अमनदीप शर्मा, गुरप्रीत सिंह, विरेंद्र सिंह, अमन शर्मा,वरुण,विवेक शर्मा, नितिश, भोला शर्मा,गुलजार खोसला, अमृतपाल,जानू थापर,अमित शर्मा, हंसराज,संदीप शर्मा, दीपक कुमार, अश्विनी शर्मा ,कुलविंदर सिंह, रवि भल्ला, भोला शर्मा, जगदीश,गौरव जोशी, प्रशांत,सौरभ मल्होत्रा,सुभाष डोगरा, ऋषभ कालिया, प्रिंस कुमार,कमल नैयर सहित भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।
हवन-यज्ञ उपरांत विशाल लंगर भंडारे का आयोजन किया गया।