डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर के कन्या छात्रालय में हरियाली तीज महोत्सव और नए शैक्षिणक सत्र के आरंभ के अवसर पर संस्कृत विभागाध्यक्षा प्रो. ऋतु तलवाड़ के नेतृत्व में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। इसमें प्रमुख यजमान प्राचार्य डॉ राजेश कुमार उपस्थित हुए। वेद मंत्रों का उच्चारण करते हुए उपस्थित प्राध्यापकों तथा विद्यार्थियों ने आहुतियाँ डालकर कॉलेज तथा सभी की उन्नति के लिए प्रार्थना की। विश्व कल्याण की भावना से प्रेरित इस हवन यज्ञ के उपरांत प्राचार्य डॉ राजेश कुमार ने अपने उदबोधन में वैदिक मूल्य तथा नियमों पर चलने के लिए सब को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यज्ञ बाहरी वातावरण को तो शुद्ध करता ही है साथ ही हमारे मानसिक शुद्धिकरण का भी काम करता है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक स्तर पर भी यह बात प्रमाणित हो चुकी है जिन घरों में रोज़ाना हवन यज्ञ होता है, वहां बीमारियाँ कम होती है उस स्थान के आसपास रोग पैदा करने वाले करोड़ों की संख्या में कीटाणु व विषाणु शीघ्र नष्ट हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती ने नारी को पुरुष के बराबर दर्जा देते हुए कन्या पाठशाला के माध्यम से शिक्षा के द्वार खोले। प्राचार्य ने कहा कॉलेज के विश्व विद्यालय में टॉप करने वाले 52 छात्रों को आज सम्मानित किया गया। जिसमें केवल 3 लड़के और बाकी सब लड़कियाँ थी। उन्होंने कहा कि समाज में यह एक बहुत बड़ा बदलाव है जिसका श्रेय स्वामी दयानंद जी को जाता है। इसी के साथ ही उन्होंने हरियाली तीज के त्योहार की सब को शुभकामनाएँ देते हुए इसके महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मुख्यतः यह स्त्रियों का त्योहार है और भारत के कोने-कोने में त्यौहार हर्षोल्लास से मनाया जाता है। बाद में छात्रालय की छात्राओं ने गिद्दा, लोकगीत, लोकनाच आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। इस अवस पर वरिष्ठ उप-प्राचार्य प्रो. सलिल कुमार उप्पल, उप-प्राचार्या प्रो. अर्चना ओबरॉय, रजिस्ट्रार प्रो. कुंवर दीपक, प्रो. सोनिका, प्रो. पुनीत पूरी होस्टल वार्डन रेनू महाजन, रोमिला व अन्य संकाय सदस्य तथा गैर शैक्षणिक सदस्य, विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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