उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस ने झूठे बलात्कार के मामलों में निर्दोष व्यक्तियों को फंसाने के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने चार पुलिसकर्मियों समेत 15 लोगों को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, गिरोह में शामिल एक लड़की पहले शेयर कैब करती थी, फिर अपने सहयात्रियों पर फर्जी बलात्कार का आरोप लगाकर उनसे पैसे वसूलती थी.इस मामले में नोएडा पुलिस ने जिन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया है, उसमें एक सेक्टर-39 पुलिस स्टेशन में तैनात सब-इंस्पेक्टर और पीसीआर यूनिट में तैनात तीन पुलिसकर्मी शामिल हैं. इसके अलावा पुलिस ने दो महिलाओं को भी गिरफ्तार किया है.

3-4 दिन पहले एसएसपी वैभव कृष्णा को इस बारे में शिकायत मिली थी कि सेक्टर 39 थाने के अंतर्गत सेक्टर 44 की पुलिस चौकी के बाहर एक ऐसा गैंग है जो लोगों पर झूठा रेप केस लगाकर पैसों की वसूली करता है. आरोप में कहा गया कि एक लड़की सेक्टर 44 पुलिस चौकी से जा रहे किसी शख्स की कार रुकवाकर उसकी कार मे बैठ जाती है और थोड़ी दूर चलकर ऐसी जगह उतरती है जहां पुलिस चौकी की पीसीआर खड़ी होती है. लड़की उतरने के बाद पीसीआर पर तैनात पुलिसकर्मियों से शिकायत करती थी कि उसके साथ ब्लात्कार हुआ है. इस सूचना पर पीसीआर पर तैनात पुलिसकर्मी उस लड़की और कथित अभियुक्तों को चौकी लेकर आते थे जहां पर लड़की पक्ष की तरफ से भी कुछ व्यक्ति आते थे. इसके बाद अभियुक्तों के ब्लैकमेल किया जाता था और फैसले के नाम लोगों से रिश्वत ली जाती थी.

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