
जालंधर:
मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को और अधिक मजबूत बनाते हुए अब स्कूलों में भी नशा विरोधी जागरूकता शिक्षा को लागू किया गया है। कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत ने जानकारी देते हुए बताया कि पंजाब सरकार ने 9वीं से 12वीं कक्षा के करीब 8 लाख विद्यार्थियों के लिए एक नया नशा विरोधी सिलेबस तैयार किया है, जो विद्यार्थियों को सिर्फ पढ़ाएगा ही नहीं, बल्कि उनके लिए एक सुरक्षा कवच की तरह भी काम करेगा।
मंत्री मोहिंदर भगत ने कहा कि यह प्रयास युवाओं को नशे के खतरे से बचाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा, “यह सिलेबस उनके मन, शरीर और व्यवहार को नशे के प्रभाव से बचाने के लिए तैयार किया गया है। यह सिर्फ शिक्षा नहीं, बल्कि एक ढाल है, जो हमारे, आपके और पूरे पंजाब के भविष्य को सुरक्षित बनाएगी।”
मोहिंदर भगत ने कहा कि यह सिलेबस विद्यार्थियों को नैतिक मूल्य, नशे के हानिकारक प्रभाव और अपनी जीवनशैली को सही तरीके से चुनने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने अभिभावकों, शिक्षकों और सामाजिक संस्थाओं से भी अपील की कि वे इस युद्ध में सरकार का साथ देते हुए नशा विरोधी अभियान को एक जन आंदोलन बनाएं।
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