
इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में हाल ही में एक रचनात्मक और उत्साहपूर्ण कोलाज मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न विभागों के छात्रों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। इस कार्यक्रम का समन्वयन सुश्री मोनिका, सुश्री पूजा ठाकुर, और सुश्री विशाली द्वारा सफलतापूर्वक किया गया।
प्रतिभागियों ने टीमों में भाग लिया और अपने-अपने सामग्री साथ लाए। प्रतियोगिता के लिए कोई निर्धारित विषय नहीं रखा गया था, जिससे छात्रों को अपनी पसंद के विषय पर स्वतंत्र रूप से काम करने का अवसर मिला। इसने उन्हें विभिन्न विचारों को खोजने और अपनी रचनात्मकता को स्वतंत्र रूप से अभिव्यक्त करने का मंच प्रदान किया।
प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में श्री मंजीत सिंह, सुश्री निधि, और सुश्री मनदीप कौर शामिल थीं। उन्होंने कोलाजों का मूल्यांकन रचनात्मकता, मौलिकता, टीमवर्क, और प्रस्तुतीकरण के आधार पर किया। मूल्यांकन के पश्चात, परिणाम घोषित किए गए, जिसमें फार्मेसी विभाग की आदिति और पायल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जिन्होंने प्रकृति विषय पर एक सुंदर और विचारोत्तेजक कोलाज तैयार किया। द्वितीय स्थान कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग की विशाखा और दीक्षा तथा एप्लाइड साइंस विभाग की निकिता और ऋतिका को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया। इन टीमों ने क्रमशः महाकुंभ और अन्य सामाजिक विषयों पर प्रभावशाली कोलाज प्रस्तुत किए। फार्मेसी विभाग के अंजलि और अभिषेक ने फेहलगाम हमले पर भावनात्मक और जागरूकता बढ़ाने वाला कोलाज बनाकर तृतीय स्थान हासिल किया।
इसके अतिरिक्त, प्रतियोगिता में और भी कई बेहतरीन एवं आश्चर्यजनक विषयों पर कोलाज प्रस्तुत किए गए, जिनमें सामाजिक मुद्दे, पर्यावरण, संस्कृति, और आधुनिक जीवनशैली से जुड़े विषय प्रमुख रहे। इन सभी ने दर्शकों और निर्णायकों को समान रूप से प्रभावित किया।
कार्यक्रम का समापन कुलपति डॉ. संजय कुमार बहल एवं रजिस्ट्रार डॉ. जगदेव सिंह राणा के प्रेरणादायक शब्दों और विजेताओं को बधाई के साथ हुआ। उन्होंने छात्रों को ऐसे सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया और बताया कि इस प्रकार की गतिविधियाँ छात्रों के समग्र विकास में सहायक होती हैं, जिससे उनके भीतर आत्मविश्वास, सृजनशीलता और सहयोग की भावना का विकास होता है।
ऐसी प्रतियोगिताएँ छात्रों को अपनी प्रतिभा को पहचानने, विचारों को अभिव्यक्त करने और समूह में कार्य करने की प्रेरणा देती हैं, जो विश्वविद्यालय के समग्र और संतुलित शिक्षा दृष्टिकोण को दर्शाती हैं।