
सी टी यूनिवर्सिटी ने गर्व के साथ “कहीं गुम न हो जाएं – सीज़न 8” के पंजाब स्टेट फिनाले की मेज़बानी की, जो कि एक अनोखी राष्ट्रीय स्तर की कुकरी प्रतियोगिता है, जिसका आयोजन NGO “लेट्स गिव बैक” द्वारा किया गया।
यह प्रतियोगिता भारत की विविध पाक विरासत को मनाने के लिए आयोजित की गई, जिसमें 42 प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया, जिनमें सी टी यूनिवर्सिटी के छात्र भी शामिल थे।
यह भव्य फिनाले पंजाब भर के युवा पाक कला प्रेमियों को एक मंच पर लाया और पारंपरिक व्यंजनों और खाद्य परंपराओं को सहेजने के महत्व को उजागर किया।
इस सीज़न की थीम “माय स्टेट, माय प्लेट” थी, जिसका मकसद भारत की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाते हुए भूले-बिसरे पारंपरिक व्यंजनों को पुनर्जीवित करना था।
बठिंडा से ज़ैनब को पंजाब स्टेट विजेता घोषित किया गया, जबकि लुधियाना की मुस्कान जैन और प्रीति सरिन को क्रमशः प्रथम और द्वितीय रनर-अप घोषित किया गया।
अब ये तीनों विजेता जनवरी 2026 में NCR में होने वाले ग्रैंड फिनाले में पंजाब का प्रतिनिधित्व करेंगी, जहां वे ₹1,50,000 की राष्ट्रीय पुरस्कार राशि के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी।
कार्यक्रम में प्रमुख शेफ्स, इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स और यूनिवर्सिटी के गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। पंजाब राउंड का सफल नेतृत्व स्टेट कोऑर्डिनेटर प्रियंका जैन ने किया, जिन्हें शेफ विश्वदीप बाली और को-फाउंडर अतुल सक्सेना का रणनीतिक मार्गदर्शन मिला।
राष्ट्रीय कार्यक्रम की चीफ कोऑर्डिनेटर रीना मुखर्जी को उनके बेहतरीन नेतृत्व और योजना के लिए विशेष सराहना दी गई।
“कहीं गुम न हो जाएं” अब तक 15 भारतीय राज्यों में अपनी पहचान बना चुका है, जिनमें दिल्ली/NCR, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, गुजरात, असम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र और तमिलनाडु शामिल हैं। यह कार्यक्रम पद्मश्री से सम्मानित सेलिब्रिटी शेफ संजीव कपूर और प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री सुचित्रा पिल्लई के समर्थन से और भी विश्वसनीय और लोकप्रिय बन गया है।
उनकी मौजूदगी भारत में क्षेत्रीय व्यंजनों की बढ़ती महत्ता को दर्शाती है और यह भी दर्शाती है कि “लेट्स गिव बैक” आने वाली पीढ़ियों को भारतीय पाक विरासत सौंपने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर सी टी यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर डॉ. मनबीर सिंह ने कहा –
“हम ‘कहीं गुम न हो जाएं’ जैसे राष्ट्रीय स्तर के कुकरी इवेंट की मेज़बानी करके बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं। यह हमारे विज़न के अनुरूप है, जिसमें हम छात्रों में नवाचार, रचनात्मकता और सांस्कृतिक गर्व को प्रोत्साहित करते हैं। पाक कला केवल भोजन नहीं, बल्कि इतिहास को सहेजने, कहानियां सुनाने और समुदायों को जोड़ने का एक माध्यम है। हम सभी प्रतिभागियों और विजेताओं को बधाई देते हैं और ग्रैंड फिनाले के लिए शुभकामनाएं देते हैं।”
सी टी यूनिवर्सिटी ऐसे मूल्य आधारित और प्रेरणादायक आयोजनों के माध्यम से छात्रों को वास्तविक अनुभवों से जोड़ने और सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
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