चंडीगढ़. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का अपने ही पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के साथ विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया है कि उन्होंने अब सिद्धू के लिए अपने सभी दरवाजे बंद कर लिए हैं. कैप्टन का कहना है कि सिद्धू उनकी लीडरशिप को सीधे तौर पर चुनौती दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की सूचना मिली है कि सिद्धू तीन-चार बार दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल से गुप्त रूप से बैठक कर चुके हैं. वह मेरे खिलाफ पटियाला से चुनाव लड़ने की तैयार कर रहे हैं.
गौरतलब है कि बेअदबी के मामले को हाईकोर्ट द्वारा राजनीति से प्ररेरित बताए जाने के बाद सिद्धू कैप्टन के प्रति आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं. वह लगातार कैप्टन अमरिंदर सिंह की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं. उधर कैप्टन-बादल में मैच फिक्स मैच होने के लग रहे आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री अमरिंदर ने सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि अगर बादलों के साथ मैच फिक्स होता तो मुझे अदालत से बरी होने में 14 साल नहीं लगते. उन्होंने कहा कि कोटकपूरा गोलीकांड में प्रकाश सिंह बादल की भूमिका की जांच अभी की जा रही है. उन्होने कहा कि हाईकोर्ट की कोटकपूरा गोली कांड की जजमेंट पढ़ने से साफ हो जाता है कि यह फैसला एक तरफा है.
गौरतलब है कि साल 2015 में हुए कोटकपूरा गोलीकांड मामले में इस हफ्ते आए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के फैसले ने आग में घी डालने का काम किया है. अपनी पार्टी और विपक्ष से आलोचना का सामना कर रहे सिद्धू ने सिंह पर शिरोमणि अकाली दल के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया था. हालांकि, दोनों राजनेताओं के बीच सुलह कराने का जिम्मा कांग्रेस ने उठाया है. पार्टी ने राज्य प्रभारी हरीश रावत को दोनों के बीच विवाद खत्म कराने का जिम्मा सौंपा है.