जालंधर; प्रदेश कांग्रेस लीगल सेल के को चेयरमैन और श्री गुरु रविदास मेमोरियल फाउंडेशन के सदस्य पंकज कृपाल भाज प्रेस से भेंट में कहा कि हिंदू होना कांग्रेस पार्टी में सबसे बड़ा अपराध है और कांग्रेस पार्टी में हिंदुओं के पक्ष बोलना इससे भी बड़ा अपराध है। उन्होंने कहा कि पंजाब में आतंकवाद दौरान शहीद हुए 35 हजार परिवारों के किसी ने कुछ नहीं किया। आज तक किसी ने आतंकवाद दौरान शहीद हुए 35 हजार परिवारों को मुआवजा देने लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि शहीद परिवार से संबंधित मनीष तिवारी तथा राकेश पांडे को पार्टी ने हिंदू के कारण महत्व नहीं दिया, क्योंकि उनके पिता पंजाब और पंजाबियत के लिए आतंकवाद से लड़ते हुए शहीद थे। उन्होंने कहा कि पंजाब में किसी भी नेता ने शहरी हिंदू बहुल आबादी वाली सीटें जाट सिख नेताओं को टन का कभी विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा कि सही मायने में हिंदुओं ने राज्य की पिछली कांग्रेस सरकार के नमें प्रमुख भूमिका निभाई थी लेकिन सरकार द्वारा हिंदुओं की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब स के सभी प्रमुख जाट सिख नेताओं को नवजोत सिद्धू अमृतसर, कैप्टन अमरिंदर सिंह पटियाला अर्बन, मनप्रीत बादल बठिंडा अर्बन, राणा गुरजीत सिंह कपूरथला अर्बन, कुशलदीप सिंह किकी ढिल्लों फरीदकोट अर्बन बावा जालंधर नॉर्थ हरजोत कमल मोगा जैसे नेताओं को चुनाव लड़ने के लिए हिंदू बहुल आबादी वाली शहरी सीटों जरूरत है। उन्होंने कहा कि पंजाब कांग्रेस के सभी प्रमुख जाट सिख नेताओं को हिंदू बहुल आबादी वाली सीटों को छोड़कर ग्रामीण इलाकों में लड़कर अपनी लोकप्रियता साबित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वोट हिंदुओं को नजरअंदाज करने की नीति जारी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी युवा कांग्रेस कम पर जाट सिखों को हिंदू क्षेत्र देने की साजिश के तहत काम कर रही है। पिछली बार पंजाब में यूथ कांग्रेस टिकट दिए गए थे, जिसमें से 4 टिकट जाट सिखों को और 2 टिकट एससी को दिए गए थे। उन्होंने कहा कि रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हिंदू बदतर जिंदगी जी रहे हैं. सरकार हिंदू मंदिरों के लिए कुछ नहीं कर गौशालाओं के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि सुनील जाखड़ को सिर्फ इसलिए मुख्यमंत्री नहीं बनाया क्योंकि वह 47 विधायकों के समर्थन के बावजूद हिंदू थे। उन्होंने कहा कि दोआबा से केवल एक हिंदू मंत्री सुंदर अरोड़ा को हटा कर तीन सिखों को मंत्री नियुक्त किया गया। संगत सिंह को सिख होने के कारण मंत्री कार्यवाहक अध्यक्ष के दो पद दिए गए। उन्होंने कहा, मैंने पंजाब प्रदेश कांग्रेस लीगल सेल के सह-अध्यक्ष अ रविदास मेमोरियल फाउंडेशन के सदस्य के पदों से अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री और प्रदेश प्रधान को सौंप है। उन्होंने कहा कि किसी समय पंजाब में 27/28 हिंदू विधायक होते थे, जो कम होकर 10/11 रह गये है। ने कहा कि पंजाब कांग्रेस के एक भी नेता ने हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज नहीं उठाई कहा, “19 नवंबर को मैं सो रहे हिंदू समुदाय को जगाने के लिए मुख्यमंत्री आवास के सामने खुद को आ कर आत्मदाह करूंगा।”

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