दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेडरल रिजर्व को प्रभावित करने के अपने प्रयासों को जारी रखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। 25 अगस्त की देर शाम उन्होंने फेडरल रिजर्व की गवर्नर लिसा कुक को उनके पद से बर्खास्त करने की घोषणा की। इस फैसले ने देश की मौद्रिक नीति को लेकर राजनीतिक हस्तक्षेप पर एक नई बहस छेड़ दी है क्योंकि फेडरल रिजर्व को हमेशा राजनीतिक दबाव से मुक्त माना जाता रहा है। ट्रंप ने अपने ‘ट्रुथ सोशल’ प्लेटफॉर्म पर एक पत्र साझा करते हुए लिसा कुक की बर्खास्तगी का मुख्य कारण उन पर लगे बंधक धोखाधड़ी के आरोप बताए हैं। इन आरोपों को ट्रंप द्वारा नियुक्त बिल पुल्टे ने सामने लाया था जिनकी नियामक एजेंसी मॉर्गेज दिग्गजों फैनी मॅई और फ़्रेडी मैक की देखरेख करती है।पुल्टे ने आरोप लगाया था कि कुक ने 2021 में दो प्राथमिक आवासों पर दावा करके बेहतर मॉर्गेज दरें हासिल की थीं जबकि ऐसा नहीं किया जा सकता था। इस आरोप ने वित्तीय नियामकों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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