17 जुलाई ( ) बच्चों को विभिन्न रंगों के महत्व के बारे में बताने के लिए डिप्स स्कूल बेगोवाल में
कलर कंबीनेशन एक्टिविटी करवाई गई। इस ऑनलाइन गतिविधि के दौरान टीचर्स ने सबसे पहले
विद्यार्थियों को बताया कि किस तरह से रैड, ब्लू, यैलो बैसिक कलर को मिक्स करके अन्य सेकेंडरी
रंग बनाए जा सकते है। नर्सरी, केजी, प्रैप के बच्चों ने कलर्स, पेपर, वाटर कलर और क्ले का
इस्तेमाल करते हुए अपने नन्हें मुन्हे हाथो से बहुत ही सुंदर इंद्रधनुष बनाए।
इन रंगों के बारे में जानकारी देते हुए टीचर्स ने बच्चों को बताया कि रंगों की दुनिया में बहुत सारे
रंग होते है लेकिन रैड, ब्लू, यैलो प्राइमरी रंग होते है जिनकी मदद से हम और भी कई तरह के रंग
बना सकते है। अगर हम लाल और नीले को मिक्स कर दे तो वह जामुनी, लाल और पीले को मिक्स
करें तो संतरी, पीला और नीला रंग मिक्स करके हम हरा रंग बना सकते है। इसी तरह इसमें रंगों
की मात्रा को कम ज्यादा करके हम और भी कई शेड्स के रंग बना सकते है।
प्रिंसिपल युक्ति डोगरा ने कहा कि जब बच्चे छोटे होते है तो वह सबसे पहले पैंसिल की मदद से
पेंटिग करना शुरू करते है चाहे वह सही बने या न बने। पेंटिग ही उनके लिए सबसे अच्छा माध्यम
होता है जिससे वह खुद को एक्प्रेस कर सकते है। इसलिए बच्चों को कलर की जानकारी होनी बहुत
जरूरी होती है क्योंकि विभिन्न रंगों का चुनाव ही हमारे मन की स्थिति और भावनाओं को व्यक्त
करते है।

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