
डीएवी कॉलेज जालंधर के प्राध्यापकों ने पंजाब एंड चंडीगढ़ कॉलेज टीचर्स यूनियन (पीसीसीटीयू) के बैनर तले 23 एवं 24 अप्रैल 2025 को डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी (डीएवी सीएमसी) तथा डीएवी कॉलेज दसूहा एवं डीएवी कॉलेज फॉर विमेन, फिरोजपुर कैंट के प्रशासन की शिक्षकों के प्रति उदासीन एवं विरोधी नीतियों के विरोध में दो दिवसीय धरना दिया।
यह आंदोलन 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू न करने, लंबित सीएएस प्रमोशन, सभी कर्मचारियों को सकल वेतन (Gross Salary) पर सीपीएफ का लाभ देने और शिक्षकों के अधिकारों की अनदेखी के विरोध में आयोजित किया गया।
23 अप्रैल को धरने की शुरुआत लोकल यूनिट सचिव सुश्री मोनिका चोपड़ा के संचालन में पहलगाम त्रासदी के पीड़ितों को श्रद्धांजलि स्वरूप दो मिनट के मौन से हुई। इस अवसर पर लोकल यूनिट अध्यक्ष ने सभी सदस्यों से सभी मुद्दों पर एकजुट रहने का आह्वान किया। वहीं एरिया सचिव ने वर्तमान परिस्थितियों से अवगत कराते हुए संघर्ष को और तेज करने की जरूरत पर बल दिया। ज़िला अध्यक्ष डॉ. विरली ने मुख्य मांगों को रखते हुए शिक्षकों के हितों के लिए निर्णायक संघर्ष का संकल्प दोहराया। इसके बाद वित्त सचिव श्रीमती पूजा शर्मा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ पहले दिन का धरना समाप्त हुआ।
24 अप्रैल को लोकल यूनिट अध्यक्ष प्रो. अमित शर्मा ने अपने संबोधन में प्रबंधन की संवादहीनता पर नाराज़गी जताई और कहा कि बार-बार संवाद का अनुरोध करने के बावजूद प्रबंधन द्वारा कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रबंधन शिक्षकों की समस्याओं को यूँ ही अनदेखा करता रहा तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
इस मौके पर प्रो. अशोक कपूर, प्रो. शरद मनोचा एवं डॉ. मनु सूद ने भी शिक्षकों को संबोधित करते हुए मौजूदा हालात पर प्रकाश डाला तथा अपने अनुभव साझा किए।
धरने में संयुक्त सचिव डॉ. सुमित, वित्त सचिव सुश्री पूजा शर्मा सहित बड़ी संख्या में फैकल्टी सदस्यों और पीसीसीटीयू लोकल यूनिट के पदाधिकारियों ने भाग लिया।
इस दो दिवसीय धरने के माध्यम से शिक्षकों ने अपनी न्यायोचित मांगों की पूर्ति तक संघर्ष जारी रखने के संकल्प को पुनः दोहराया।
पीसीसीटीयू ज़िंदाबाद!