
फगवाड़ा (शिव कौड़ा) शनिवार को भाजपा के सीनियर नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला के नेतृत्व में होटल कोंटिनेंटल गुप्ता पैलस फगवाड़ा में हर साल की तरह दीपावली से पूर्व दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में फगवाड़ा की समूह भाजपा नेताओ सामाजिक,धार्मिक, राजनितिक व व्यापारिओं ने बड़ी संख्या में शिरकत की। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला ने दीप प्रज्वलित कर और लक्ष्मी की पूजा कर सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दी।इस अवसर पर उपस्थित समूह को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला ने कहा कि हमारे त्यौहार हमें आपसी भाईचारा,प्रेम,सौहार्द,एकता और हमारी रीति-रिवाजों के बारे में जानकारी देते हैं।इसलिए इन त्योहारों को हमें सभी आपसी भेदभावों को मिटाकर ओर एकजुट होकर मनाना चाहिए।त्योहार व रीति-रिवाज हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं और ये हमें एकता का संदेश देते हैं।विजय सांपला ने कहा कि पर्व-त्यौहार हमें एकता के सूत्र में बांधने के साथ ही हमारे सामाजिक सौहार्द को मजबूती प्रदान करते हैं।नागरिकों के मन में देशप्रेम व मित्रता का भाव जगाते हैं। हमारे त्यौहार हमारी भारतीय सांस्कृतिक परंपरा व भारतीय सभ्यता के प्रतीक हैं।ये त्यौहार हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं। इन पर्वों व त्यौहारों के माध्यम से हमारी संस्कृति की वास्तविक पहचान होती है।हमारे जीवन में त्यौहारों का बड़ा महत्व है।त्यौहार सांस्कृतिक और सामाजिक चेतना के प्रतीक हैं जो की सभी जन-जीवन में जागृति लाते हैं।हमारे यहां वसुुदेव कुटुम्बकम की भावना रही है जो भारतीय संस्कृति की परिचायक है।एक भारत-श्रेष्ठ भारत विविधता में एकता को रेखांकित करती है।कई भाषाएं,वेश-भूषा,धर्म, रीति-रिवाज,त्यौहार हमारे देश की सांस्कृतिक परंपरा को मजबूत बनाते हैं।कई प्रदेशों के अलग-अलग संगीत,नृत्य, नाटिकाएं,साहित्य का जुड़ाव भारत को एकता के सूत्र में बांधे रखता है।भारतीय संस्कृति में त्यौहार केवल उत्सव मनाने के अवसर से कहीं अधिक हैं।वे जीवन के सबसे गहरे और सबसे गूढ़ पहलुओं को व्यक्त करने का माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक त्यौहार का अपना अनूठा महत्व होता है,जो मूल्यवान शिक्षा, आध्यात्मिक अंतर्दृष्टि और सांस्कृतिक परंपराएं प्रदान करता है जो पीढिय़ों से चली आ रही हैं।इस अवसर पर भाजपा के जिलाध्क्षय रणजीत सिंह खोजेवाल ने सभी को दीपावली की बधाई देते कहा कि भारतीय संस्कृति समृद्ध रही है।यह विविधता में एकता को रेखांकित करने वाली है।राष्ट्रभक्ति राष्ट्र की शक्ति में अभिवृद्धि करती है।विभिन्न भाषा एवं रीति-रिवाज हमारी सांस्कृतिक एकता को मजबूती प्रदान करने का काम करती है।उन्होंने कहा कि भारत में रीति-रिवाज एवं पर्व-त्यौहार हजारों साल से हमारी संस्कृति का हिस्सा रहे हैं।इससे न केवल सांस्कृतिक धरोहर मजबूत बन रही हैं बल्कि समाज को आपस में जोड़े रखने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। इससे हमारा सामाजिक बंधन मजबूत होता है।खोजेवाल ने कहा हमारे यहां अलग-अलग रीति-रिवाज व परम्पराएं हैं। पर्व-त्यौहार उत्साह एवं उमंग से मना रहे हैं।इससे नई पीढ़ी का जुड़ाव होता है।पूर्वजों के दिए संस्कारों को इन पर्व-त्यौहार के माध्यम से हम आगे बढ़ा रहे हैं।हम संस्कार एवं संस्कृति को साथ में लेकर चल रहे हैं।