श्रीनगर: अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत जम्मू-कश्मीर के कई बड़े नेता नजरबंद हैं। इसी बीच, रविवार को राज्य चुनाव आयोग ने ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल (बीडीसी) चुनावों का ऐलान कर दिया। जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शैलेंद्र कुमार ने बताया कि 24 अक्टूबर को राज्य के 310 ब्लॉक में चुनाव कराए जाएंगे।
शैलेंद्र कुमार ने कहा कि चुनाव के लिए 1 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होगी, जबकि 9 अक्टूबर नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख तय की गई है। इसके बाद 10 तारीख को प्रत्याशियों के नामांकन की जांच की जाएगी। नाम वापस लेने की तारीख 11 अक्टूबर है। 24 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक वोट डाले जाएंगे और इसी दिन मतगणना होगी।
चुनाव बैलेट बॉक्स से होंगे
चुनाव आयोग के मुताबिक, पंचायती राज प्रणाली के दूसरे स्तर के चुनाव की प्रक्रिया 5 नवंबर तक पूरी हो जाएगी। चुनाव दलीय आधार पर होंगे। 26,629 पंच और सरपंच बीडीसी अध्यक्ष पद के लिए मतदान करने और चुनाव लड़ने के योग्य हैं। इनमें से 8,313 महिला और 18,316 पुरुष हैं। चुनाव बैलेट बॉक्स के माध्यम से होंगे, जो पहले ही संबंधित मुख्यालयों में भेज दिए गए हैं। पंच और सरपंचों के पदों में से करीब 24% (12,766) कई कारणों से खाली हैं।
अनुसूचित जाति के 79 पद आरक्षित
जम्मू डिवीजन में 18 हजार से ज्यादा प्रत्याशी पंच और सरपंच चुनाव में भाग लेने के योग्य हैं। जबकि कश्मीर में केवल 7528 हैं। अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए 69 बीडीसी अध्यक्ष पद आरक्षित हैं। इनमें में से 21 महिलाओं के लिए हैं। वहीं, अनुसूचित जातियों के लिए 25 पद (सात महिलाएं), जबकि सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए 78 पद आरक्षित किए गए हैं।
चुनाव में पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी
शैलेंद्र कुमार ने कहा कि राज्य के 316 ब्लॉक में से 310 के लिए चुनाव होंगे। दो ब्लॉकों में चुनाव नहीं होंगे। जबकि चार ब्लॉकों में कोई महिला उम्मीदवार नहीं हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या कश्मीर में चुनाव कराने के लिए स्थिति अनुकूल है, इस पर कुमार ने कहा कि सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था राज्य के गृह विभाग द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने चुनाव प्राधिकरण को आश्वासन दिया है कि चुनाव के दौरान पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी।