चंडीगढ़ : लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को दी गई पुलिस सुरक्षा पंजाब सरकार ने वापस ले ली है। वहीं सुरक्षा हटाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए बैंस ने कहा कि मैं कैप्टन से डरने वाला नहीं हूं। बैंस ने रविवार को पटियाला में पुलिस अफसरों पर हुए निहंगों के हमले का समर्थन किया। इससे उपजे विवाद के चलते उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिस के चार जवानों को वापस बुला लिया गया है।
बता दें कि बैंस ने एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में पटियाला हमले को पुलिस की सख़्ती के विरुद्ध सार्वजनिक प्रतिक्रिया करार दिया था। सोमवार को कैबिनेट मंत्रियों ने कड़ा विरोध करते हुए बैंस के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। मंत्रियों ने बैंस की आलोचना करते हुए कहा था कि अगर बैंस को पुलिस पर भरोसा नहीं तो वे मिली हुई पुलिस सुरक्षा वापस लौटा दें।
मंत्रियों ने बैंस से ऐसे नाजुक समय में घटिया प्रचार करके राजनीति करने के लिए माफी मांगने की मांग भी की, क्योंकि पूरी पंजाब पुलिस फोर्स कोरोना महामारी फैलने के मद्देनजर आए संकट की घड़ी में लोगों की जान बचाने के लिए अपनी जान दांव पर लगा रही है और जरूरतमंदों को राहत प्रदान करने में लगी है।
गौरतलब है कि हमले में एएसआई हरजीत सिंह का हाथ काट दिया गया था और उसे तकरीबन 8 घंटों की प्लास्टिक सर्जरी करवानी पड़ी थी। मंत्रियों ने मांग की कि बैंस पर तुरंत महामारी रोग अधिनियम, 1897 और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के साथ-साथ आईपीसी की धाराओं के तहत मुकद्दमा दर्ज किया जाना चाहिए।
कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा, बलबीर सिंह सिद्धू, विजय इंदर सिंगला और अरुणा चौधरी ने बैंस की भड़काऊ और घटिया टिप्पणियों के लिए निंदा करते हुए कहा कि अगर पंजाब पुलिस पर विश्वास नहीं हो तो उन्हें अपने लिए पुलिस का सुरक्षा प्रबंध छोड़ देना चाहिए।