
पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर के नृत्य एवं संगीत (गायन) विभाग ने स्पिक मैके के सहयोग से जयपुर घराने की निपुण कलाकार और महान गुरु राजेंद्र गंगानी जी की समर्पित शिष्या, प्रसिद्ध कलाकार डॉ. मानसी सक्सेना द्वारा एक मनमोहक कथक गायन का आयोजन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. सक्सेना द्वारा एक शक्तिशाली ‘दुर्गा स्तुति’ के माध्यम से देवी दुर्गा के भावपूर्ण आह्वान के साथ हुई, जिसने प्रदर्शन के लिए आध्यात्मिक रूप से उत्थानकारी स्वर स्थापित किया। इसके बाद उन्होंने एक सुंदर ‘चतुरंग’ प्रस्तुत किया, जिसमें जटिल लयबद्ध पैटर्न, फुटवर्क और अभिनय का प्रदर्शन किया गया। गायन का समापन एक मार्मिक ‘ठुमरी’ के साथ हुआ, जिसने दर्शकों को उनकी भावपूर्ण कहानी और भावनात्मक हाव-भाव से मंत्रमुग्ध कर दिया।
प्रदर्शन लय, अभिव्यक्ति और भक्ति का एक समृद्ध संगम था, जिसने छात्रों को भारत की शास्त्रीय नृत्य परंपरा की गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान की। प्रिंसिपल डॉ. पूजा पराशर ने डॉ मानसी सक्सेना के प्रदर्शन की सराहना की और युवाओं के बीच भारतीय शास्त्रीय कला को बढ़ावा देने में स्पिक मैके के प्रयासों की सराहना की। छात्र प्रदर्शन से पूरी तरह से मंत्रमुग्ध हो गए और उन्होंने शास्त्रीय कला के प्रति अपनी प्रशंसा और रुचि व्यक्त की।
अध्यक्ष श्री नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सदस्यों और प्रिंसिपल डॉ. पूजा पराशर ने ऐसी पहल की सराहना की जो न केवल भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाती है बल्कि उभरते कलाकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनती है।