जालंधर/
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद सुशील रिंकू ने भक्ति और आस्था के प्रतीक माता चिंतापूर्णी जी के वार्षिक मेले में श्रद्धालुओं की सेवा में समर्पित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा लगाए गए लंगर स्थलों में हाजिरी भरी। उन्होंने स्वयं लंगर वितरण में भाग लेकर सेवा भावना का परिचय दिया। रिंकू ने न केवल श्रद्धालुओं के साथ बैठकर लंगर प्रसाद ग्रहण किया, बल्कि स्वयंसेवकों की सेवा भावना को सराहा भी। उन्होंने कहा कि ऐसे धार्मिक अवसरों पर सेवा करना सौभाग्य की बात होती है। यह केवल भोजन वितरण नहीं, बल्कि समर्पण, प्रेम और सामाजिक एकता का प्रतीक है। श्री रिंकू ने सभी लंगरों के दौररन उन युवाओं की प्रशंसा की जो पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ लंगर सेवा में लगे हुए थे। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी जब धर्म और सेवा के मार्ग पर चलती है तो समाज खुद-ब-खुद ही सशक्त बनता है।
उन्होंने कहा कि यह मेला आस्था और श्रद्धा का प्रतीक होने के साथ-साथ सामाजिक समरसता और सेवा की मिसाल है। जिस तरह पंजाब, हिमाचल और अन्य राज्यों से आई समाजसेवी संस्थाएं निस्वार्थ भाव से यात्रियों और श्रद्धालुओं की सेवा कर रही हैं वह अत्यंत प्रेरणादायक है।
यह पंजाब और हिमाचल के लोगों की आपसी भाईचारे और सेवा संस्कारों को दर्शाता है। उन्होंने जालंधर, होशियारपुर और आसपास के क्षेत्रों से आई संस्थाओं के कार्यकर्ताओं से बातचीत की और उनके सहयोग की सराहना की। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुविधाएं देने हेतु स्वास्थ्य, सफ़ाई, ट्रैफिक और जल प्रबंधन जैसी मूलभूत व्यवस्थाएं और अधिक मज़बूत की जाएं।
पूर्व सांसद रिंकू ने कहा कि माता चिंतापूर्णी जी का आशीर्वाद हर एक पर बना रहे और यह मेला समाज में प्रेम, भाईचारे और सेवा की भावना को और मजबूत करे।
मेले में मौजूद श्रद्धालुओं और स्थानीय जनता ने भी पूर्व सांसद के दौरे को सराहा और कहा कि उनका ज़मीनी जुड़ाव और सेवा के प्रति समर्पण सभी नेताओं के लिए प्रेरणादायक है।

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