*जालंधर, 27 अगस्त 2025।* बाबा गुग्गा जाहिर वीर जी का वार्षिक भंडारा सतनाम नगर, बस्ती दानिशमंदा में बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा भाव से आयोजित किया गया। सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भक्तों ने पूजा-अर्चना कर बाबा जी का आशीर्वाद लिया और भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम की शुरुआत झंडे की रस्म अदा करने बाद हवन और कीर्तन से हुई। बाबा गुग्गा वीर जी की जयकारों से वातावरण गूंज उठा।
इस पावन अवसर पर स्वामी गुरदीप गिरी जी महाराज ने सत्संग के माध्यम से प्रवचन करते हुए कहा कि बाबा गुग्गा वीर जी केवल एक धार्मिक महापुरुष ही नहीं, बल्कि लोक-आस्था और जन-विश्वास के प्रतीक हैं। उनकी जीवन गाथा हमें साहस, न्याय और धर्म-पालन की प्रेरणा देती है। उन्होंने अपने जीवन से यह संदेश दिया कि साहस, त्याग और करुणा के बिना इंसान का जीवन अधूरा है।
गद्दीनशीन कमलेश देवा जी ने बताया कि बाबा गुग्गा जाहिर वीर जी का यह वार्षिक भंडारा सदियों पुरानी परंपरा है। मान्यता है कि बाबा गुग्गा वीर जी नागराजा के अवतार थे और उनके आशीर्वाद से सर्पदंश जैसी बाधाओं से मुक्ति मिलती है। यही कारण है कि दूर-दराज़ से भी बाबा के अनुयायी अनुयायी शामिल होते हैं।
वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व सांसद सुशील रिंकू ने कहा कि आज हम सब इस पावन अवसर पर यहाँ एकत्र हुए हैं। यह केवल भंडारा नहीं, बल्कि श्रद्धा, आस्था और सेवा का महापर्व है। उन्होंने कहा कि अगर हम अपने जीवन में बाबा गुग्गा वीर जी के आदर्शों को अपनाएँ, तो समाज में प्रेम, सहयोग और समरसता अपने आप स्थापित हो जाएगी। बाबा गुग्गा वीर जी की कृपा आप सब पर बनी रहे, आपके घरों में सुख-शांति आए और आपके जीवन में धर्म का प्रकाश बना रहे।
भंडारे में हलवा-पूरी, सब्ज़ी और मिठाइयों का विशेष प्रसाद तैयार किया गया था। बच्चों, महिलाओं और बुज़ुर्गों ने एक साथ बैठकर प्रसाद ग्रहण किया।

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