जालंधर : महिला एवं बाल विकास मंत्रालय केंद्र की ओर
से डिजीटल स्तर पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल
पुरस्कार का आयोजन किया गया। इस पुरस्कार
के लिए 623 बच्चों ने देश के विभिन्न राज्यों से
हिस्सा लिया जिसमें से 29 बच्चों को अलग-अलग क्षेत्रों
जैसे कला और संस्कृति, वीरता, नवाचार,
शैक्षणिक, समाज सेवा एवं खेलों में विजित रहने
वाले बच्चों को डिजीटल स्तर पर प्रशस्ति पत्र
प्रदान करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा
सम्मानित किया गया। इन पुरस्कारों को प्राप्त करने
वाली 14 बेटियां थी। इस अवसर पर माननीय
प्रधानमंत्री जी ने विजित बेटियों को राष्ट्रीय
बालिका दिवस की बधाई दी एवं उज्ज्वल भविष्य की
कामना की और भिन्न-भिन्न राज्यों से पुरस्कार
जीतने वाले विजित बच्चों एवं उनके अभिभावकों के साथ
डिजीटल प्लेटफार्म के माध्यम से वार्तालाप
करके उनके हौंसले को बढ़ाया। इस अवसर पर
देश के विभिन्न राज्यों से प्रसिद्ध हस्तियों जैसे कु.
तुरषी गौर, चंडीगढ़, मास्टर धीरज कुमार
बिहार, मास्टर अवी शर्मा, मध्य प्रदेश आदि ने
भी इस समारोह में प्रतिभागिता की। इस उपलक्ष्य पर
एचएमवी कॉलेजिएट स्कूल की छात्राएं डिजीटल
प्लेटफार्म के माध्यम से इस समारोह की साक्षी
रहीं ताकि वे विभिन्न क्षेत्रों में विजित विद्यार्थियों को
सुन सकें और उनकी उपलब्धियों को देख कर स्वयं भी
प्रेरित हो सकें। छात्राओं को इस समारोह का
साक्षी बनाने का मुख्य उद्देश्य यह रहा कि वे भी
उनसे प्रभावित हो सकें और लाभान्वित हो सकें व
अपने देश के प्रति समर्पित रह कर देश के गौरव
और सम्मान को गौरवान्वित कर सकें और भविष्य में
अपनी कलाओं एवं प्रतिभाओं को पहचान कर भविष्य
में इस प्रकार की प्राप्तियां हासिल कर सकें। इस
अवसर पर प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय
सरीन ने बच्चों की प्राप्तियों और सफलताओं को
देखते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रतिभावान बच्चे
ही देश को नई सोच एवं नई दिशा प्रदान कर सकते
हैं एवं उनको उनकी भांति ही प्रतिभावान होने
के लिए प्रेरित किया। अंत में उन्होंने विद्यार्थियों को
राष्ट्रीय बालिका दिवस की बधाई दी।