फगवाड़ा 1 अक्तूबर (शिव कौड़ा) उत्तर प्रदेश के हाथरस में हाल ही में सामने आये दुष्कर्म हत्याकांड की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए वरिष्ठ हिन्दू नेता हरीश मिश्रा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पुरजोर मांग की है कि यू.पी. में बेटियों से बढ़ रहे दुष्कर्म एवं अपराध की घटनाओं का कड़ा संज्ञान लिया जाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की बागडोर इस समय योगी आदित्यनाथ के रूप में भगवाधारी हाथों में है। यदि यू.पी के शासन-प्रशासन पर प्रश्र उठेगा तो यह हिन्दुत्व की छवि को भी धूमिल करेगा। वहां के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कांधे पर जहां भारत के जनसंख्या के लिहाज से सबसे बड़े प्रदेश को चलाने की जिम्मेवारी है वहीं देश के बहुसंख्यक सनातन धर्म का सम्मान बढ़ाने का दारोमदार भी है। हालांकि उन्होंने योगी सरकार द्वारा उक्त मामले में पीडि़त परिवार को उचित मुआवजा राशी के साथ एक परिवारिक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, आरोपियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल में डालने, फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस की सुनवाई तथा एस.आई.टी. गठित कर एक सप्ताह में रिपोर्ट तलब करने का स्वागत किया लेकिन वहीं कहा कि इस बात की भी गहन जांच हो कि किन परिस्थितियों में आधी रात को पीडि़ता का बिना परिवारिक अनुमति के आनन-फानन में दाह संस्कार किया गया। चाहे कोई कितना भी बड़ा अधिकारी हो यदि वह दोषी है तो उसे पद से बर्खास्त कर जेल में डाला जाए। इस दौरान उन्होंने उक्त मामले को लेकर जातिगत राजनीति कर रहे लोगों की भी कड़ी आलोचना की तथा देश तथा प्रदेशों की सरकारों से ऐसे राजनीतिक अथवा शरारती तत्वों जो मृतक युवती की जाति को आधार बनाकर समाज को बांटनेका प्रयास कर रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग रखी। मिश्रा ने कहा कि वह किसी एक जाति की नहीं बल्कि हर भारतीय की अभागी बेटी थी जिससे दरिंदगी करने वालों को चौराहे पर फांसी दी जानी चाहिए।
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