जालंधर :- संस्कृति के•एम•वी• स्कूल प्रधानाचार्या रचना मोंगा ने गांधी जयंती के अवसर पर माता-पिता
यानी अभिभावकों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार गांधी जी के बताए आदर्शो पर
चलकर अपने परतंत्र गणराज्य को स्वतंत्र कराया गया ठीक उसी प्रकार आज के चुनौतीपूर्ण युग में
अभिभावकों की भूमिका भी उतनी ही अहम हो चुकी है जहाँ एक ओर बच्चे अत्यंत प्रतिभावान, तर्कसंगत
एवं अनेक गुणों से विकसित हो रहे हैं वहीं दूसरी ओर समाज में व्याप्त बुराइयों को देखने का नजरिया भी
बदलता जा रहा है। आज भारतीय संस्कृति से नैतिक मूल्यों, संस्कारों का निरंतर पतन देखने को मिल
रहा है ऐसे समय में हम अभिभावकों की जिम्मेदारियाँ बहुत बढ़ चुकी हैं। जहाँ एक ओर हम बच्चों को
उत्तम शिक्षा तो देनी ही हैं साथ ही साथ लुप्त होते हमारे संस्कार ,आदर्श नैतिक मूल्य उनके नियमों को
सुदृढ़ता प्रदान करनी है और यह तभी संभव है जब हम बड़े अपने बच्चों को समय दें और उनके
प्रतिभावान व्यक्तित्व, विचारधाराओं को सकारात्मक रूप देने का प्रयास करें क्योंकि बच्चे ही हर देश के
का भविष्य होते हैं यदि आने वाली पीढ़ियाँ भारतीय संस्कृति के नैतिक मूल्यों ,आदर्शों ,संस्कारों को साथ
लेकर आगे नहीं बढ़ेंगी तो हम सभी का संघर्ष असफल हो जाएगा और हम सभी कहीं ना कहीं अपने
उत्तरदायित्व का निर्वाह करने में भूल कर चुके होंगे । आवश्यकता है अपने बच्चों के साथ समय बिता कर
उनके विचारों और व्यक्तित्व को निखारने की ताकि यह राष्ट्र एक अच्छे भविष्य की कल्पना कर सके
और गांधी जयंती के राष्ट्रीय पर्व पर यही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि एवं देश भक्ति होगी । इसी के साथ
अंत में आप सभी को गाँधी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ।