जालंधर : सीटी ग्रुप के छात्रों की ओर से महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। इस नाटक में रेप, कन्या भ्रूण हत्या, एसिड अटैक, घरेलू हिंसा, बलात्कार, छेड़छाड़ और उत्पीडऩ के मुद्दों पर प्रकाश डाला गया। छात्रों द्वारा पेश किए नाटक को देखने के बाद हर कोई भावुक हो गया।
गलत मानसिकता की बलि चढऩे वाली महिलाओं को श्रद्धांजलि देने के लिए छात्रों द्वारा कैंडल मार्च निकला गया। हाथों में पकड़ी त ितयों में बेटी पढ़ाओं और बेटे को राक्षस बनने से बचाओ, बेटा-बेटी एक समान, सोच तु हारी गंदी है मेरे कपड़े नहीं आदि लिखा था।
थर्ड इयर की पढ़ाई करने वाले लवदीप सिंह ने कहा कि हर धर्म में सिखाया जाता है कि महिलाएं भगवान के स मान है। अगर महिलाएं नहीं होंगी तो समाज में सतुंलन बनाना बेहद मुश्किल हो जाएगा। एक औरत से परिवार बनता है। जो इतने कष्ट सहन करके बस मुस्कुराना सिखाती है उन महिलाओं का आदर होना जरूरी है।
सीटी ग्रुप के मैनेजिंग डायरैक्टर मनबीर सिंह ने कहा कि महिलाओं के प्रति समाज की सोच में तब्दीली आना बहेद जरूरी है। आज के समय में ऐसा कोई काम नहीं है जो महिलाएं नहीं कर सकती है। रेप जैसे घटनाओं पर रोक लगाने के लिए जरूरी है कि पुरूषों को यह समझाया जाया कि महिलाएं समाज का अभिन्य अंग है।