
इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, हिमाचल प्रदेश में नशे के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार के मुख्य वक्ता श्री राकेश कुमार भारतीया, जो वर्तमान में राज्य कर और आबकारी विभाग में संयुक्त आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं और उत्तर क्षेत्र, हिमाचल प्रदेश में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
नशे के खतरों और उसके दुष्प्रभावों पर गहरी चर्चा करते हुए श्री भारतीया ने बताया कि नशा न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि यह समाज और परिवारों के लिए भी एक गंभीर संकट बन सकता है। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “नशे की लत के कारण व्यक्ति के जीवन में न केवल शारीरिक कष्ट बढ़ते हैं, बल्कि यह उसके मानसिक स्वास्थ्य, परिवार और समाज पर भी नकारात्मक असर डालता है।”
श्री भारतीया ने नशे के खिलाफ राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे कठोर कदमों की जानकारी दी, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि नशे के खिलाफ समाज की जागरूकता और शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्रों से नशे के खिलाफ अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की और कहा कि विश्वविद्यालयों का योगदान इस दिशा में अत्यंत अहम है।
इस सेमिनार में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया और नशे से बचने का संकल्प लिया। आयोजन के दौरान आयोजित प्रश्नोत्तरी और चर्चा सत्रों में छात्रों ने नशे के विभिन्न पहलुओं पर सवाल उठाए और समाधान प्राप्त किया। इस कार्यक्रम ने सभी को नशे के खतरों के प्रति जागरूक किया और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा दी।
इस महत्वपूर्ण सेमिनार ने न केवल युवाओं को नशे की लत के बारे में चेतावनी दी, बल्कि उन्हें एक बेहतर और स्वस्थ भविष्य की दिशा में कदम उठाने के लिए प्रेरित किया।