
दिल्ली: अलास्का प्रायद्वीप में 7.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया है, जिससे इलाके में तेज कंपन महसूस किया गया और समुद्र में ऊंची लहरें उठीं। इस भूकंप का केंद्र सैंड पॉइंट के पास लगभग 15 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप के बाद नेशनल सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने दक्षिणी अलास्का और आसपास के क्षेत्रों के लिए सुनामी अलर्ट भी जारी किया था। हालांकि कुछ समय बाद इस चेतावनी को हटा लिया गया लेकिन इस घटना ने भूकंप की गंभीरता और प्रभाव को एक बार फिर सामने ला दिया। 7 से 7.9 के बीच की तीव्रता वाले भूकंपों को ‘विनाशकारी भूकंप’ की श्रेणी में रखा जाता है। भूकंप वैज्ञानिकों के अनुसार इतनी तीव्रता वाला भूकंप बड़ी इमारतों, सड़कों, पुलों और अन्य बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखता है। विशेष रूप से जब भूकंप उथली गहराई में आता है तो उसका असर और तेज होता है क्योंकि उसकी तरंगें तेजी से सतह तक पहुंचती हैं।