
श्री चैतन्य महाप्रभु राधा माधव मंदिर में इन्दिरा एकादशी के अवसर पर श्री हरिनाम संकीर्तन एवं श्री हरि कथा का आयोजन किया गया।अखिल भारतीय श्री चैतन्य गौडीय मठ के वर्तमान आचार्य त्रिदण्डी स्वामी श्रीमद् भक्ति विचार विष्णु महाराज जी व श्री चैतन्य गौडीय मठ नई दिल्ली के मठ रक्षक त्रिदण्डी स्वामी श्रीमद् भक्ति विवेक नृसिंह महाराज जी की अध्यक्षता में श्री हरिनाम संकीर्तन एवं श्री हरिकथा का आयोजन किया गया।
संकीर्तन का शुभारंभ नागेन्द्र ब्रह्मचारी, विष्णु दास ब्रह्मचारी, त्रिविक्रम दास अमित चड्ढा , राजेश शर्मा, मनोज कौशल, पुजारी श्रीनिवास, जगन्नाथ शर्मा, चैतन्य सग्गड, कृष्ण गोपाल, शाश्वत गुप्ता और केशव वासन ने गुरु वंदना और वैष्णव वंदना द्वारा किया ।
श्रील विष्णु महाराज जी ने एकादशी का महिमा गान करते हुए बताया कि एकादशी पालन करने का हमारा एकमात्र उद्देश्य ‘अहैतुकी भक्ति की प्राप्ति’ होना चाहिए।मैं कृष्ण का हूँ। मैं दुनिया का नहीं हूँ, मैं उनका हूँ। हृदय से ऐसी चिन्ता करनी चाहिए। हमें निरपराध होकर भगवान का नाम करते रहना चाहिए तथा निरन्तर गुरुजी की कृपा प्रार्थना करते रहनी चाहिए। एकादशी पर उपवास का प्राथमिक उद्देश्य मन और शारीरिक इंद्रियों पर नियंत्रण प्राप्त करना और इसे आध्यात्मिक प्रगति की ओर ले जाना है।
कार्यक्रम में अजीत तलवाड़, कपिल शर्मा, मिंटू कश्यप, राकेश कोछड, राजन गुप्ता, राजीव ढींगरा, विजय सग्गड़, देविंदर शर्मा, प्रेम चोपड़ा, दीपक चोपड़ा, गगन अरोड़ा , संजय सहगल, अश्विनी अग्रवाल, राकेश चोपड़ा, अजय अग्रवाल, सत्यव्रत गुप्ता, हेमंत थापर, डॉ मनीष अग्रवाल, राजेश कालरा, प्रेम चोपड़ा, अजय अरोड़ा, दीपक बांसल, गुरविंदर, राजेंद्र लूथरा, दीपक बंसल, जतिन बंसल, ललित अरोड़ा, सुरेश, चेतन दास, गुरप्रीत , गौरव मिगलानी , दिनेश शर्मा , अरुण गुप्ता, मुनिश वर्मा, वंश, कृष्णा व अन्य शामिल हुए।