
अफ़ग़ानिस्तान: अफगानिस्तान में तालिबान शासन ने एक बार फिर एक कठोर फरमान जारी किया है जिसके बाद देश के लगभग 43 मिलियन (4.3 करोड़) नागरिक बाहरी दुनिया से पूरी तरह कट गए हैं। नॉर्थ कोरिया की तर्ज पर चलते हुए तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान में इंटरनेट और टेलीकॉम सेवाओं को बंद करने का आदेश दिया है। ग्लोबल इंटरनेट निगरानी संस्था नेटब्लॉक्स के अनुसार इस आदेश के बाद सोमवार को देश में कनेक्टिविटी सामान्य स्तर के एक प्रतिशत से भी कम पर आ गईयह अचानक किया गया संचार ब्लैकआउट कई हफ्तों से चल रहे छोटे प्रतिबंधों के बाद आया है जो देश के लिए एक बड़ा संकट बन गया है। इस महीने की शुरुआत में तालिबान ने कई प्रांतों में फाइबर ऑप्टिक कनेक्शन काटना शुरू कर दिया था जिससे हाई-स्पीड इंटरनेट बुरी तरह प्रभावित हुआ था। बल्ख प्रांत के प्रवक्ता अत्ता उल्लाह जईद ने पुष्टि की कि यह कदम “बुराई रोकने के लिए” उठाया गया है और देशभर में कनेक्टिविटी की जरूरतों को पूरा करने के लिए वैकल्पिक विकल्प लागू किए जाएंगे।अधिकारी ने स्वीकार किया कि संचार का कोई और सिस्टम मौजूद नहीं है। एएफपी ने बताया कि उसने काबुल ब्यूरो से लगभग शाम 5:45 बजे पूरी तरह संपर्क खो दिया