**चंडीगढ़ **()25/11/2025

पंजाब यूनिवर्सिटी हमारी जिंदगी–जान है और इससे पंजाबियों की भावनाएं गहराई से जुड़ी हुई हैं। दुनिया की कोई भी ताकत पंजाबी यूनिवर्सिटी को पंजाब से अलग नहीं कर सकती। ये बातें पंजाब भाजपा के प्रदेश प्रेस सचिव हरदेव सिंह उभ्भा ने कहीं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा की केंद्र सरकार ने पंजाबियों और सिख समाज के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं, लेकिन पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा लिए गए सीनेट में बदलाव फैसले ने सब कुछ पर पानी फेरने का काम किया है। इस फैसले का राजनीतिक विरोधियों ने राजनीतिक फायदा उठाकर भाजपा को पंजाब विरोधी दिखाने की कोशिश की । इससे पंजाबियों की नजर में भाजपा की छवि को नुकसान पहुँचाने की कोशिश की गई।उभ्भा ने संदेह जाहिर किया कि कहीं यह पंजाब भाजपा की दिन-प्रतिदिन बढ़ रही लोकप्रियता के खिलाफ कोई साजिश तो नहीं है?

हरदेव सिंह उभ्भा ने पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रशासन से अपील की कि वे तुरंत छात्र संगठनों से बातचीत करें, उनकी जायज मांगों को मानें और चल रहे धरने को शांतिपूर्ण तरीके से समाप्त करवाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे व्यक्तिगत रूप से छात्रों की सभी मांगों का समर्थन करते हैं।

उभ्भा ने कहा कि चंडीगढ़ का मुद्दा कांग्रेस पार्टी की देन है और आम आदमी पार्टी की भगवंत मान सरकार ने चंडीगढ़ पर पंजाब के अधिकारों को कमजोर करने की कोशिश की है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के अलावा बाकी सभी राजनीतिक पार्टियों ने पंजाब के अहम मुद्दों को हल करने की बजाय सिर्फ घटिया स्तर की राजनीति की है।

उन्होंने अंत में कहा कि चंडीगढ़ पंजाब का अविभाज्य अंग है और इसे पंजाब से कभी भी अलग नहीं किया जा सकता।