रायपुरः कांग्रेस के स्टार प्रचारक नवजोत सिंह सिद्धू लोकसभा चुनाव के लिए वीरवार को छत्तीसगढ़ आए। जब श्री सिद्धू रायपुर से मुंगेली के लिए हेलीकॉप्टर से उड़े तो आसमान में करीब साढ़े 3-4 हजार फीट की ऊंचाई पर हेलीकॉप्टर का दरवाजा अचानक खुल गया, जिसके करीब सिद्धू बैठे थे। उनके साथ बिग्रेडियर प्रदीप यदु भी मौजूद थे। सेना में रहने के दौरान उन्हें हेलीकॉप्टर की उड़ान का काफी अनुभव है, उन्होंने सिद्धू के साथ मिलकर हेलीकॉप्टर का दरवाजा बंद किया।

लोकसभा चुनाव के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू पहली बार राज्य में प्रचार के लिए आए थे, लेकिन इस बार उन्हें हेलीकाॅप्टर की यात्रा के दौरान परेशानी झेलनी पड़ी। यही नहीं, मौसम की खराबी के कारण उनकी केवल एक ही सभा हो सकी। तीन स्थानों पर वे जा नहीं सके। बताया गया है कि सिद्धू गुरुवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे रायपुर आ गए थे। एयरपोर्ट पर आने के बाद वे वीआईपी रोड स्थित बेबीलॉन में ठहरे थे। उन्हें अपने पहले कार्यक्रम के लिए रायपुर में पुलिस लाइन से मुंगेली के लिए उड़ान भरनी थी।

इसके लिए सुबह 11 बजे का समय रखा गया था, लेकिन कतिपय कारणों से हेलीकॉप्टर की उड़ान में कुछ घंटे की देरी हो गई। करीब डेढ़ बजे उन्हें सूचना मिली कि हेलीकॉप्टर तैयार है। सूचना मिलने के बाद श्री सिद्धू ब्रिगेडियर प्रदीप यदु, पूर्व हॉकी खिलाड़ी परगट सिंह व एक अन्य के साथ मुंगेली जाने के लिए पुलिस लाईन हैलीपेड पहुंचे। काफी प्रयास के बाद हेलीकाॅप्टर ने रायपुर से मुंगेली के लिए उड़ान भरी।

हजारों फीट की ऊंचाई पर खतरा
बताया गया है कि रायपुर से उड़ान भरने के बाद जब हेलीकॉप्टर करीब साढ़े तीन-चार हजार फीट की ऊंचाई पर था, तभी सिद्धू को तेज हवा आने का आभास हुआ। उन्होंने बाजू में देखा तो हैरान रह गए। हेलीकॉप्टर का एक दरवाजा खुल गया था। तेज हवाएं अंदर आ रही थीं। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की आशंका भी खड़ी होती दिख रही थी। सिद्धू के साथ उनके करीब की सीट पर ब्रिगेडियर एवं कांग्रेस नेता प्रदीप यदु बैठे थे। उन्होंने सिद्धू के साथ मिलकर दरवाजा बंद करने का प्रयास शुरू किया। दोनों ने मिलकर पूरी ताकत लगाई और दरवाजा पकड़े रखा, कुछ समय बाद इसे बंद कर लिया। इसके बाद हेलीकाॅप्टर सवार सभी लोगों ने राहत की सांस ली।
बताया गया है कि नवजोत सिंह सिद्धू के लिए कांग्रेस ने चार स्थानों पर कार्यक्रम तय किए थे। मुंगेली में जाने के बाद सभा को संबोधित कर उन्हें बिलाईगढ़ व सरायपाली की सभा में जाना था, लेकिन मुंगेली में ही मौसम बिगड़ता दिखने पर पायलेट ने साफ कर दिया कि इन दोनों जगहों के लिए उड़ान नहीं भरी जा सकती। इसके बाद तय हुआ कि डोंगरगांव की सभा में जाना उचित होगा। इसके बाद हेलीकॉप्टर ने फिर उड़ान भरी, लेकिन फिर जानकारी आई कि डोंगरगांव में भी मौसम खराब है। लिहाजा हेलीकॉप्टर को वापस रायपुर लाया गया। कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार रायपुर पुलिस लाईन में हेलीकाॅप्टर लैंड होने के बाद सिद्धू ने डोंगरगांव में मौजूद कांग्रेस नेत्री करुणा शुक्ला के मोबाईल पर कॉल किया, वहां की सभा को उन्होंने मोबाइल से संबोधित किया। रायपुर दौरे के दाैरान हुए इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सिद्धू नाराज हो गए। उन्होंने उन कांग्रेसियों को फटकार भी लगाई जो उनके कार्यक्रम की तैयारियों के लिए जिम्मेदार थे।

सेना का अनुभव काम आया – ब्रिगेडियर
सिद्धू के साथ हेलीकॉप्टर में सवार ब्रिगेडियर प्रदीप यदु ने कहा कि हेलीकाॅप्टर का दरवाजा खुलने के बाद उन्होंने सिद्धू के साथ मिलकर पूरी ताकत के साथ दरवाजा बंद करने की कोशिश की। काफी प्रयास के बाद दरवाजा बंद हो पाया। ब्रिगेडियर श्री यदु ने कहा कि सेना में रहने के उन्हें हेलीकॉप्टर की उड़ानों का अच्छा अनुभव है। आपात स्थिति में किए जाने वाले उपायों की जानकारी है। सेना का यह अनुभव आज काम आया।

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