डीएवी कॉलेज जालन्धर में मौजूदा शैक्षिक सत्र से शुरू हुई एम.ए. पत्रकारिता और जनसंचार एवम बी.वॉक. विसुअल मीडिया एवम फ़िल्म मेकिंग डिग्री की शुरुआत।
कॉलेज को एम.ए. पहले सत्र में मिली 25 सीटें, “पहले आओ पहले पाओ” की नीति पर दी जा रहीं है सीटें। सीटों के लिए विद्यार्थियों में भारी जोश।
“पत्रकारिता में करियर की अपार संभावनाएं हैं, इसी को मद्देनज़र रखते डीएवी कॉलेज में इस सत्र एम.ए. पत्रकारिता एवम जनसंचार में दाखिले की प्रक्रिया शुरू, मीडिया इंडस्ट्री का हिस्से बनने के इच्छुक छात्रों के लिए यह कोर्स काफी मददगार होगा : डॉ. एस के अरोड़ा
मौजूदा शैक्षिक साल के लिए डीएवी कॉलेज में पत्रकारिता और जनसंचार में मास्टर्स डिग्री एवम बी.वॉक. विसुअल मीडिया एवम फ़िल्म मेकिंग की शुरुआत हुई। कॉलेज के पत्रकारिता और जनसंचार विभाग के अलग-अलग प्रोग्रामों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जो छात्र- छात्रायें पत्रकारिता और जनसंचार में 3 सालों के बैचलर प्रोग्राम में दाखिला लेना चाहते हैं वो बी.ए. पत्रकारिता और जनसंचार एवम बी.वॉक. विसुअल मीडिया एवम फ़िल्म मेकिंग में दाख़िला ले सकते है। जिसके लिए विद्यार्थी का +2 में किसी भी विषय में स्नातक होना आवश्यक है। कॉलेज इस सत्र से एम.ए. जर्नलिज़म में नया कोर्स शुरू कर रहा है, जिसकी दाख़िला प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। जिसके लिए किसी भी छात्र का किसी भी कोर्स में 50% के साथ स्नातक होना आवश्यक है। पत्रकारिता के इन कोर्सो में दाखिला लेना चाहते हैं वे कॉलेज की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते समय आपके पास सभी प्रमाण पत्रों के साथ आपके फोटो व हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी, आधार नंबर, मोबाइल नं. होना बहुत जरूरी है। विद्यार्थी कॉलेज में बनाए गए हेल्प डेस्क पर जानकारी ले सकते हैं।
युवाओं के लिए पत्रकारिता के क्षेत्र में करियर की अनेक संभावनाएं हैं। युवाओं का सामान्य कोर्स करने की बजाए पत्रकारिता जैसे प्रोफेशनल कोर्स की ओर काफी रूझान बढ़ रहा है। वर्तमान में बढ़ते समाचार-पत्रों व न्यूज चैनलों की संख्या से युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं बहुत ज्यादा हैं। डीएवी कॉलेज में पत्रकारिता में बीए (पत्रकारिता एवं जनसंचार) पहले से ही चल रहा है और इस सत्र से कॉलेज एमए (पत्रकारिता एवं जनसंचार) एवम बी.वॉक. विसुअल मीडिया एवम फ़िल्म मेकिंग कोर्स को संचालित करने जा रहा हैं। इसलिए जोश और जज्बा रखने वाले युवाओं के लिए पत्रकारिता में सुनहरा भविष्य है। यह बात डीएवी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एस के अरोड़ा ने कही।
डॉ. अरोड़ा ने बताया कि यहां से पत्रकारिता का कोर्स कर कई विद्यार्थी विभिन्न समाचार पत्रों, न्यूज चैनलों में कार्य कर रहे हैं। डॉ. अरोड़ा ने बताया कि इन कोर्सो में विद्यार्थियों को समाचार लेखन, समाचार वाचन, समाचार पत्रों व मैगजीनों से संबंधित और इलेक्ट्रानिक मीडिया की संपूर्ण जानकारी देने के साथ प्रैक्टिकल भी करवाए जाते हैं। ये दोनों कोर्स हिंदी, अंग्रेजी एवम पंजाबी तीनों माध्यमों में हैं। इस कोर्स को करने के बाद युवाओं को समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, न्यूज चैनल्स आदि में रोजगार के अनेक अवसर मिलते हैं। फील्ड में रिपोर्टर, प्रेस फोटोग्राफर, संपादकीय विभाग में उपसंपादक, कॉपी राइटर, उद्घोषक के रूप में कार्य कर सकते हैं। वहीं, जनसंपर्क के क्षेत्र में भी रोजगार की संभावनाएं हैं। सरकारी विभागों, निगमों, विश्वविद्यालयों एवं प्राइवेट संस्थानों में जनसंपर्क अधिकारी, सहायक सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी के तौर पर नियुक्ति पा सकते हैं। डॉ अरोड़ा ने बताया, कि सीबीएसई के स्कूलों में मास मीडिया को एक विषय के रूप में पढ़ाया जा रहा है। प्रदेश के कॉलेजों और सभी विश्वविद्यालयों में भी यह विषय पढ़ाया जा रहा है। इसलिए अब इस क्षेत्र में शिक्षकों की भी मांग बढ़ गई है। इस कोर्स को करने वाले के लिए भविष्य में रोजगार की अनेक संभावनाए हैं।
विभाग की अध्यक्ष डॉ मीनाक्षी मोहन ने बताया कि इस कोर्स कि माँग इस समय बहुत अधिक है और कॉलेज में इस कोर्स के लिए सभी आधुनिक सुविधाएँ मौजूद हैं। साथ ही समय-समय पर एक्स्पर्ट और अनुभवी पत्रकार और मीडियाकर्मी कैंपस का दौरा करते रहते हैं जिस दौरान वे छात्रों के साथ अपना अनुभव साझा करते हैं और उनको मीडिया की बारीकियों से अवगत कराते हैं। इससे छात्रों को मीडिया के मैदान में बेहतरीन शिक्षा और अन्य जानकारियां मिलती हैं जो उनको करियर में बहुत काम आती हैं। प्रोग्राम में मीडिया प्रॉडक्शन, सांस्कृतिक मामलों, मीडिया की तकनीकों और कम्यूनिकेशन से संबंधित थिअरी पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जाता है।
स्कॉलरशिप और इंटर्नशिप:
सत्र के अंत में यूनिवर्सिटी में पहली पज़िशन लेने पर 25% और कॉलेज में पहले स्थान पर आने पर 10000 रूपये की कॉलेज फ़ीस पर छूट मिलेगी।
कॉलेज द्वारा छह से आठ हफ्तों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस दौरान छात्रों को इंटर्नशिप के लिए पब्लिशिंग हाउसों, समाचारपत्रों, हिंदी, पंजाबी और अंग्रेज़ी के बड़े चैनलों और इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों में भेजा जाता है।