अच्छे संस्कारों से सुधरती है पीढ़ी दर पीढ़ी। नवजीत भारद्वाज
जालंधर (संदीप ): अपनी पीढ़ी को संस्कार दीजिए कहावत है कि यदि सपूत हो तो पैसे की जरूरत नहीं इसी प्रकार यदि कपूत हो तो भी पैसे की जरूरत नहीं। यदि आपके घर अच्छे संस्कार वाला सपूत हो तो वह अपने आप ही कमाई कर लेगा इसके विपरीत यदि घर में कपूत हो तो वह आपका मेहनत से कमाया हुआ धन लुटा देगा इस तरह पैसा आपके काम तो आया नहीं
मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी जंडूसिंघा होशियारपुर रोड जालंधर के संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने सप्ताहिक हवन यज्ञ पर आए हुए मां भक्तों से अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा कि एक कंजूस से जब महात्मा ने पूछा कि तुम यह धन किसके लिए जोड़ते हो तो कंजूस ने कहा कि मैं आने वाली अपनी 10 पीढ़ियों के लिए धन इकट्ठा कर चुका हूं और मुझे अपनी 11 वीं पीढ़ी के लिए धन संचय की चिंता है तो महात्मा ने उसे सबक देने की सोची महात्मा ने उसे एक सुई देकर कहा कि यह सुई रखो मैं तुम्हें मरने के उपरांत ऊपर स्वर्ग लोक में ले लूंगा तो कंजूस ने कहा कि मरने के बाद कुछ साथ नहीं जाता है तब महात्मा ने कहा कि जब तुम कुछ भी साथ लेकर नहीं जाओगे तो तुम यह कैसे कह सकते हो कि तुम्हारी 11 पीढ़ियां तुम्हारे पैसे का सही इस्तेमाल ही करेंगी वह तो सब वयस्नों में तुम्हारी कमाई उड़ा देंगे ।तब उस कंजूस का पैसे की तरफ से मोहभंग हुआ तथा वह दान पुण्य करने लगा हवन यज्ञ मे श्रीकंठ जज,दिनेश बहल,बलजिंदर सिंह, टीटू चडडा, मुनीश शर्मा, मुनीश महाजन, सहगल टैंट, रछपाल सिंह,अभिलक्षय चुघ,वावा खनना, सुरेंदर सिंह बावा ,ठाकुर बलदेव सिंह, संजीव शर्मा, पी एस डोगरा, बलदेव शर्मा, मनी भारद्वाज, सुरेश शर्मा,मुकेश कुमार, राजेश महाजन, महिंदर पाल चोपडा, मोहित बहल, एडवोकेट राजकुमार, गुरबाज सिंह , रोहित बहल, नरेश वर्मा, दिवाकर भारद्वाज, सुनील जगगी, प्रिंस,नीटू शर्मा,पं बरमदेव, सुरेंद्र वर्मा, गौरव चड्ढा, संजीव राणा, पं पिंटू शर्मा ,पं अविनाश गौतम सहित भारी संखया में मां भक्त मौजूद थे।
आरती उपरांत लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।