एच.एम.वी. कालेजिएट सीनियर सेकेण्डरी स्कूल
में अंगदान पर संभाषण का आयोजन
जब मिले दूसरों को जीवन दान तो क्यों न करें
अंगदान इस उक्ति को सार्थक करते हुए एचएमवी कालेजिएट
सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, जालंधर में कॉलेज
प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के
प्रोत्सहानात्मक निर्देश एवं श्रीमती मीनाक्षी स्याल
(कोआर्डिनेटर स्कूल) के योग्य नेतृत्व अधीन ‘अंगदान
(डोनेट आर्गन) पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित 15 वर्ष के आदित का
स्वागत कॉलेज की परंपरा का प्रतीक प्लांटर एवं
पेंटिंग भेंट कर किया गया। उन्होंने अंगदान का
अर्थ, किस्में एवं महत्व का ज्ञान प्रदान करते हुए
छात्राओं को इस मुहिम में योगदान देने के लिए पावर
प्वाइंट प्रदर्शन के माध्यम से प्रेरित किया कि अंगदान
किस तरह दूसरों की जिंदगी के लिए महत्वपूर्ण हो सकता
है। अंगदान की कोई सीमा रेखा नहीं होती। उन्होंने
बताया कि भारत में कम लोग ही अंगदान करते हैं जबकि
विदेशों में इसकी संख्या अधिक है। भारत के लोगों में
जागरूकता की कमी, पिछड़ापन एवं अंधविश्वासों के
कारण अंगदान के मामले कम हैं । इसके साथ ही
उन्होंने एक दस्तावेजी फिल्म दिखाई और सभी को जागृत
किया कि यदि अंगदान करने से किसी को जीवन मिल सकता
है अंगदान क्यों न किया जाए।

अंत में उन्होंने छात्राओं को कहा किसामने आइए और खुलकर अंगदान कीजिए , इससे किसी को नई
जिंदगी एवं जीवन में मुस्कान मिल सकती है।
प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने भी
अंगदान को अमरता का रास्ता बताते हुए संदेश दिया
कि अंगदान को प्रोत्साहित कीजिए और भ्रांति को दूर
करें एवं इसे जीवन का महादान बताते हुए छात्राओं
को जागरूक किया। श्रीमती मीनाक्षी स्याल
(कोआर्डिनेटर स्कूल) ने भी छात्राओं को अंगदान
करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अंधविश्वास
को छोड़ते हुए अंगदान में बढ़-चढ़ कर सहयोग
करें। मंच का संचालन श्रीमती जसप्रीत कौर ने किया। इस
अवसर पर स्कूल के अध्यापक भी मौजूद रहे।

 

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