18 अक्टूबर ( ):-डिप्स स्कूल बेगोवाल के मैदान में इंटर डिप्स स्पोर्ट्स टूर्नामेंट बड़े उत्साह के साथ शुरू हुआ। जोन-1 टूर्नामेंट के पहले दिन डिप्स के पांच स्कूलों की लड़के और लड़कियों की टीमों के बीच वॉलीबॉल, बास्केटबॉल और खो-खो के मुकाबले हुए। टूर्नामेंट की शुरुआत में डिप्स स्कूल बेगोवाल की प्रिंसिपल दीप्ति कौशल और डिप्स स्कूल हरियाणा की प्रिंसिपल मोनिका सचदेवा ने डिप्स चेन के सीईओ रमनीक सिंह और मोनिका मंडोत्रा का फूलों से स्वागत किया। टूर्नामेंट के सौंदर्यीकरण को बढ़ाने के लिए एक पौधारोपण अभियान का भी आयोजन किया गया, जिससे हरे-भरे परिसर की शांति और सुंदरता में और इजाफा हुआ।
वॉलीबॉल में पहला मैच डिप्स बेगोवाल और डिप्स भोगपुर के बीच खेला गया, जिसमें भोगपुर की टीम ने जीत हासिल की। दूसरे मैच में डिप्स टांडा को बाई के रूप में आगे बढ़ाया गया। तीसरा फाइनल राउंड डिप्स भोगपुर और डिप्स टांडा के बीच खेला गया, जिसमें डिप्स भोगपुर की टीम विजयी रही।
बास्केटबॉल में पहला मैच डिप्स बेगोवाल और डिप्स भोगपुर के बीच खेला गया, जिसमें भोगपुर की टीम विजयी रही। दूसरे मैच में डिप्स हरियाणा को बाई के रूप में आगे बढ़ाया गया। तीसरा फाइनल राउंड डिप्स भोगपुर और डिप्स हरियाणा के बीच खेला गया, जिसमें डिप्स भोगपुर की टीम विजयी रही।
खो-खो का पहला मैच डिप्स टांडा और डिप्स हरियाणा के बीच खेला गया, जिसमें डिप्स हरियाणा की टीम ने जीत हासिल की। दूसरा मैच डिप्स भोगपुर और डिप्स गिलजियां के बीच खेला गया जिसमें डिप्स भोगपुर ने जीत हासिल की। तीसरा फाइनल राउंड डिप्स हरियाणा और डिप्स भोगपुर के बीच खेला गया, जिसमें डिप्स हरियाणा ने जीत हासिल की।
जोन टूर्नामेंट के पहले दिन वॉलीबॉल में डिप्स स्कूल भोगपुर, बास्केटबॉल में डिप्स भोगपुर और खो-खो में डिप्स स्कूल हरियाणा ने सेमीफाइनल में जगह बना ली है। कल जोन-2 के स्कूलों के बीच डिप्स स्कूल नूरमहल स्कूल के मैदान पर मैच खेले जाएंगे। इन जोन मैचों में जीतने वाली टीमें सेमीफाइनल और फाइनल राउंड के लिए क्वालीफाई करेंगी। ये सभी मैच डिप्स चैन स्पोर्ट्स मैनेजर मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुए।
डिप्स चेन के सीएओ रमनीक सिंह और सीईओ मोनिका मंडोत्रा ने सभी खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया और विजेता टीमों को सेमीफाइनल और फाइनल मैचों में भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह डिप्स मैनेजमेंट की खेलेगा इंडिया जीतेगा इंडिया की एक पहल है. इससे विद्यार्थियों में खेल के प्रति उत्साह बढ़ेगा और वे देश के लिए अच्छे खिलाड़ी बन सकेंगे।