एपीजे स्कूल महावीर मार्ग के संस्थापक डॉ. सत्यपॉल जी की 104 वीं वर्षगांठ हर्ष उल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालय की प्रिंसिपल श्रीमती संगीता निस्तन्द्रा जी , उप प्रधानाचार्य श्री वी के खन्ना जी व श्रीमती प्रियंका ग्रोवर तथा अभिभावकों ने डॉ. सत्यपॉल जी के चित्र पर पुष्पमाला तथा श्रद्धा सुमन अर्पित किए । डॉ. सत्यपॉल जी को संगीत में विशेष रुचि थी तथा कुछ भजन तो उन्हें अति प्रिय थे। उन्हीं में से कुछ पसंदीदा भजनों को संगीत विभाग के विद्यार्थियों ने गाया जैसे रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीताराम , विश्व पति के ध्यान में जिसने लगाई लग्न, ईश्वर अल्लाह तेरो नाम सबको सन्मति देव भगवान। उसके पश्चात विद्यालय के नृत्य विभाग के विद्यार्थियों ने ‘सॉरिंग हाई इस माय नेचर’ पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया । प्रिंसिपल श्रीमती संगीता निस्तन्द्रा जी ने डॉ सत्यपॉल जी के जीवन पर प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि वह एक महान शिक्षाविद्ध, दार्शनिक, समाज सेवक, स्वतंत्रता सेनानी तथा उद्योगपति थे । हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए। उन्होंने विद्यालय की प्रेसिडेंट श्रीमती सुषमा पॉल बर्लिया जी का संदेश भी पढ़ कर सुनाया। विद्यालय के उप प्रधानाचार्य श्री वी .के. खन्ना जी ने सत्यपॉल जी के जीवन, विचारधारा और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला । विद्यालय हर वर्ष सत्य पॉल जी का जन्म दिन ‘संस्थापक दिवस’ के रूप में मनाता है और मानव मूल्य को अपनाने वाले विद्यार्थियों को ‘सत्यपॉल अवार्ड’ द्वारा सम्मानित करता है । इस वर्ष मिडिल स्तर पर आठवीं कक्षा की निष्ठा अरोड़ा, सेकेंडरी स्तर पर दसवीं की ध्रुविका जैन और सीनियर सेकेंडरी स्तर पर 12वीं कक्षा की रूपांशी मरवाहा को यह अवार्ड प्रदान किया गया । इन विद्यार्थियों के अभिभावक भी इस अवसर पर मौजूद थे । उन्हें भी सम्मान के रूप में ट्रॉफी प्रदान की गई । सत्यपॉल अवार्ड प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट तथा डॉ.सत्यपॉल जी द्वारा लिखित पुस्तक ‘रिफ्लेक्शन इन टाइम’ भी दी गई। प्रिंसिपल श्रीमती संगीता निस्तन्द्रा जी ने सत्यपॉल अवार्ड प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी।