।प्राचार्य डा. राजेश कुमार के कुशल मार्गदर्शन में मुंशी प्रेमचंद साहित्य सभा, हिन्दी विभाग, द्वारा “जन-संचार माध्यमों में हिन्दी” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

इस में संगोष्ठी ऑल इंडिया रेडियो जालन्धर के कार्यक्रम निष्पादक श्री सोहन कुमार ने मुख्यातिथि तथा प्रतिष्ठित सम्पादक एवं लेखक डा. अजय शर्मा ने बीज वक्ता के रूप में शिरकत की। विभागाध्यक्ष प्रो. संदीपना शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विषय की जानकारी दी।

वरिष्ठ उप-प्राचार्य प्रो. सलिल कुमार उप्पल ने अपने वक्तव्य में विद्याथियों को हिन्दी भाषा के महत्व के विषय में बताते हुए कहा कि हमें अपनी मातृभाषा बोलने पर गर्व महसूस करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को हिन्दी भाषा में उपलब्ध रोजग़ार के साधनों से जुड़ने के लिए भी प्रेरित किया।

कार्यक्रम के बीज वक्ता डा. अजय शर्मा ने विद्यार्थियों को दूरदर्शन, रेडियो, समाजार पत्र, संपादकीय, हिन्दी भाषा अफसर, हिन्दी टांपिग, हिन्दी ब्लगिंग, हिन्दी पटकथा लेखन, गीत लेखन, ट्रांसलेटर, हिन्दी बैंक आफिसर, टूरिस्ट गाइड, न्यूज एंकर, न्यूज रीडर, आकाशवाणी, हिन्दी टाइपिंग इत्यादि क्षेत्र में रोजगार के अवसरों की जानकारी प्रदान की।

आकाशवाणी के कार्यक्रम निष्पादक मुख्यातिथि श्री सोहन कुमार जी ने विद्यार्थियों को आकाशवाणी से जुड़ी जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि हिन्दी भाषा के विद्यार्थियों का भविष्य उज्ज्वल है, आज पूरे विश्व में हिन्दी भाषा अपना अलग स्थान बना चुकी हैं। उन्होंने हिन्दी भाषा के महत्व पर बात करते हुए बताया कि आकाशवाणी से बहुत से कार्यक्रम हिन्दी भाषा में प्रसारित किए जाते है। हिन्दी का विद्यार्थी आकाशवाणी में रोजगार कैसे प्राप्त कर सकता है, इसकी भी विस्तृत जानकारी उन्होंने विद्यार्थियों के साथ सांझा की। इसी मौके पर विद्यार्थियों और अध्यापकों ने आए हुए विषय विशेषज्ञों से प्रश्न भी पूछे, जिनका श्री सोहन कुमार जी ने बड़ी सहजता से उत्तर दिए। इस अवसर पर अतिथियों को सम्मानित चिह्न देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर हिन्दी विभाग में आयोजित “अनुवाद लेखन और विज्ञापन लेखन” प्रतियोगिता के परिणाम भी घोषित किए गए। जिसमें दोनों प्रतियोगिताओं में पहले तीन स्थान प्राप्त करने वाले विद्याथियों को प्रतीक चिह्न व प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया, वहीं प्रतिभागी विद्यार्थियों को भी प्रमाण पत्र वितरित किए गए। दोनों ही प्रतियोगिताओं में डा. विनोद कुमार, डा. रिचा नांगला ने निर्णायक की भूमिका निभाई। डा. बलबेन्द्र सिंह ने मंच संचालन करते हुए अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर उप-प्राचार्य प्रो. अर्चना ऑबराय, उप-रजिस्ट्रार प्रो. नरेश कुमार, डा. विनोद कुमार, डा. रिचा नांगला, प्रो. मिनी बजाज तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे।

 

 

 

 

 

 

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