पीजी कंप्यूटर साइंस विभाग डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर ने;साइबर जाग्रूकता (जागरूकता) दिवस(गृह
सचिव, भारत सरकार द्वारा निर्देशित) के तहत वेबिनार का आयोजन किया, जिसमें वेबिनार का विषय
;अनुसंधान के प्रतिमान में बदलाव था इस वेबिनार में मुख्य वक्ता प्रो अमन शर्मा (प्रोफेसर, कंप्यूटर
विज्ञान विभाग, एचपीयू, शिमला) ने अपना वक्तव्य दिया। प्रो. अमन शर्मा सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में
विशेषज्ञता के साथ हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला से कंप्यूटर विज्ञान में डॉक्टरेट हैं। उन्होंने
संयुक्त अरब अमीरात, दुबई में अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
डॉ. एस.के. अरोड़ा (प्राचार्य), डॉ निश्चय बहल (अध्यक्ष), एसोसिएट प्रोफेसर अमित शर्मा (अध्यक्ष, आईटी
फोरम) ने प्रो अमन शर्मा का स्वागत किया। प्राचार्य, डॉ. एस.के. अरोड़ा ने छात्रों को सीखने के लिए
आंतरिक जुनून पैदा करने के लिए प्रेरित किया। डॉ निश्चय बहल ने आने वाले भविष्य में इस तरह के
मूल्यवान सत्रों के आयोजन हेतु अश्वाशन दिया और छात्रों से प्रो. अमित शर्मा (अध्यक्ष, आईटी फोरम)
की देखरेख में भविष्य में इस तरह के आयोजन करने का वादा किया।
अपनी चर्चा के दौरान प्रो. शर्मा ने कहा कि महामारी के समय में हम सभी दुनिया में हुए बड़े बदलावों के
साक्षी हैं। महामारी से पहले जिस गति से गतिविधियां चल रही थीं, वह धीमी हो गई है। तथ्य यह है कि
पिछले दशकों और विशेष रूप से महामारी के समय में कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर पर समग्र निर्भरता में
वृद्धि हुई है। इसने अपने क्षेत्र में अनुसंधान का एक बड़ा दायरा बनाया है। कंप्यूटर विज्ञान से संबंधित
सभी क्षेत्र बेहतर समाधान प्रदान करने के भारी दबाव का सामना कर रहे हैं। जिसके लिए शोध प्रमुख है।
COVID-19 ने एक और सभी को प्रभावित किया है। मानव जाति ने समाधान की तलाश की है और
प्रौद्योगिकी पर अधिक निर्भरता के साथ आई है। अनुसंधान के लिए विविध शोध विषयों पर विचार किया
जा सकता है। कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान के आगामी क्षेत्रों पर वेबिनार में सुरक्षा पर स्पष्ट जोर
देने के साथ चर्चा की जानी है। अनुसंधान के लिए वैचारिक और व्यावहारिक दोनों विचार वेबिनार का
हिस्सा होंगे। प्रतिभागियों को भविष्य में शोध करने के लिए प्रेरित करने का प्रयास महत्वपूर्ण है।
वेबिनार का संचालन प्रो. रवनीत कौर (समन्वयक), प्रो. नम्रता कपूर (समन्वयक), और प्रो. गगन मदान
(समन्वयक) की देखरेख में सफलतापूर्वक किया जाता है।