
अमेरिका : राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने एच-1बी वीजा के नियमों में ढील देने का फैसला लिया है जिससे भारतीय स्टूडेंट्स और वर्कर्स के लिए अमेरिका जाने का रास्ता आसान हो जाएगा। यह बदलाव 17 जनवरी 2025 से प्रभावी होगा एच-1बी वीजा पर काम करने वाले विदेशी वर्कर्स के लिए फायदा होगा। खासकर उन लोगों के लिए जो आईटी, फाइनेंस और टेक्नोलॉजी सेक्टर में काम करते हैं। इससे अमेरिकी कंपनियों को विशेष कौशल वाले वर्कर्स की भर्ती में आसानी होगी। एफ-1 छात्र वीजा से एच-1बी वीजा में बदलने की प्रक्रिया भी सरल हो जाएगी। यानी जो छात्र अमेरिका में पढ़ाई करने आते हैं वे आसानी से वर्क वीजा प्राप्त कर सकेंगे 1 जनवरी 2025 से, अमेरिकी गैर-प्रवासी वीजा आवेदक एक बार बिना किसी फीस के इंटरव्यू की अपॉइंटमेंट को फिर से तय कर सकेंगे। अपॉइंटमेंट चूकने या पुनर्निर्धारण करने पर एक नई अपॉइंटमेंट बुक करनी होगी और फीस फिर से चुकानी होगी।