डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर का स्नातकोत्तर भौतिक विभाग अकादमिक उत्कृष्टता, शोध नवाचार और वैश्विक जुड़ाव की अपनी विरासत को कायम रखता है। यह एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित हुआ, जब विभाग की एक प्रतिष्ठित विद्वान डॉ. शिवानी ढल ने 64वीं असेंबली ऑफ एडवांस्ड मैटेरियल्स कांग्रेस (एएमसी) में आईएएएम यंग साइंटिस्ट अवार्ड सत्र के दौरान आमंत्रित व्याख्यान दिया। 26-28 मई 2025 तक ऑनलाइन मोड में आयोजित और स्टॉकहोम, स्वीडन से आयोजित इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में दुनिया भर के प्रमुख वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने भाग लिया। डॉ. शिवानी ढल ने “H₂ विस्फोट से मानव की सुरक्षा: कानर्बन नैनोमटेरियल की भूमिका” विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया, जिसमें सामग्री सुरक्षा और नैनो प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण चिंताओं को संबोधित किया गया। उनकी प्रस्तुति ने न केवल उनकी व्यक्तिगत शोध उत्कृष्टता को प्रदर्शित किया, बल्कि नवाचार, वैज्ञानिक जांच और वैश्विक शैक्षणिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए विभाग की स्थायी प्रतिबद्धता को भी दर्शाया। विभाग ने लगातार उनके शोध प्रयासों को प्रोत्साहित और समर्थन दिया।भौतिक विभाग लंबे समय से नवोदित भौतिकविदों के लिए एक पोषण स्थल रहा है, जो पूर्णतया सुसज्जित प्रयोगशालाओं, समृद्ध एवं अद्यतन विभागीय पुस्तकालय और गतिशील पाठ्यक्रम द्वारा समर्थित सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों तरह की शिक्षा को एकीकृत करता है। ये संसाधन छात्रों और शोधकर्ताओं को अत्याधुनिक शोध करने और अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक मंचों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने में सहायक रहे हैं।प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार , उप-प्राचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ. कुॅंवर राजीव ने भौतिक विभाग के संकाय डॉ. शरणजीत संधू और डॉ. नवजीत शर्मा की उपस्थिति में डॉ. शिवानी ढल्ल को इस प्रतिष्ठित उपलब्धि के लिए बधाई दी। उन्होंने एक समग्र शैक्षिक वातावरण प्रदान करने के लिए विभाग के समर्पण की पुष्टि की जो कक्षा में सीखने को अंतरराष्ट्रीय शोध के अवसरों से जोड़ता है।डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर में भौतिक विभाग अकादमिक उत्कृष्टता और नवाचार की अपनी विरासत को बनाए रखता है, अपने बीएससी, एमएससी एवं भौतिक कार्यक्रमों के लिए उत्कृष्टत व्यक्तित्व को आकर्षित करता है। फिजिक्स विभाग सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक भौतिक में एक मजबूत नींव और एक उच्च योग्य प्रेरित संकाय के साथ, विज्ञान और अनुसंधान में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में उभरा है। मजबूत प्लेसमेंट रिकॉर्ड, चल रही शोध पहलों और मजबूत अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से, डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर में भौतिक विभाग भविष्य के वैज्ञानिकों और शिक्षाविदो् के विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

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