फगवाड़ा 6 जून (शिव कौड़ा) शिव सेना (उबाठा) की तरफ से हर साल की तरह आज प्राचीन श्री हनुमानगढ़ी मन्दिर में एक श्रद्धांजलि समागम का आयोजन सिटी प्रधान रमन शर्मा की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें आतंकवाद के दौरान पंजाब में शहीद हुए निर्दोष नागरिकों और पुलिस एवं सेना के जवानों को भाव-भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान विशेष रूप से मौजूद रहे शिव सेना के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष राजिन्द्र बिल्ला और पंजाब महासचिव गुरदीप सैनी ने कहा कि पंजाब ने अस्सी और नब्बे के दशक में बहुत भयावह दौर देखा है। हजारों मासूम लोगों ने पंजाब की एकता और अखंडता के लिये अपने प्राणों का बलिदान दिया। सैंकड़ों पुलिस और सेना के जवान ने भी अपने प्राणों की आहुति देकर भारत की अखंडता की रक्षा की थी। इन बलिदानों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने युवा पीढ़ी से पुरजोर अपील कर कहा कि उस काले दौर से सबक लेकर अपने भीतर राष्ट्र प्रेम की भावना को विकसित करें। नशों जवानी नष्ट करने की बजाय इसे पंजाब और देश की सेवा में समर्पित करें। गुरदीप सैनी ने कहा कि यह बहुत बड़ी विडंबना है कि आतंकवाद के दौर में शहीद होने वाले निर्दोष लोगों के परिवारों को सरकार ने आज तक न तो कोई मुआवजा दिया और न ही उनके लिये रोजगार इत्यादि का प्रबंध करके पुनर्वास के बारे में सोचा है। बहुत सारे परिवार ऐसे हैं, जिनमें कमाने वाला परिवार का इकलौता मुखिया आतंकवाद की भेंट चढ़ गया और विधवा महिलाओं ने बड़ी कठिन परिस्थितियों में बच्चों और वृद्धों का पालन-पोषण किया। वे लोग आज भी आर्थिक तंगी का शिकार हैं। इसलिए शिव सेना हमेशा की तरह आज भी प्रदेश और केन्द्र की सरकारों से मांग करती है कि आतंकवाद पीडि़त परिवारों के पुनर्वास का प्रबंध किया जाये। इस अवसर पर रूपेश धीर, डैनी धीर, पुनीत, हैरी, धर्मेंद्र, कमल गंगड़, गोविंदा हलवाई, बिट्टू भमरा, शमशेर भारती, शालू हदियाबाद, बूटा सहित अन्य शिव सेना कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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