चंडीगढ़, 26 जून 2025:
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी को आप सरकार की “राजनीतिक प्रतिहिंसा” बताते हुए अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान पर तीखा हमला बोला। चुग ने कहा कि “अगर मजीठिया वाकई दोषी थे, तो केजरीवाल ने 2018 में उनसे माफ़ी क्यों मांगी? और यदि वह माफ़ी सही थी, तो यह गिरफ्तारी कैसे जायज़ है? दोनों बातें एक साथ सच्ची नहीं हो सकतीं—यही केजरीवाल का असली चेहरा और ढोंग है।”
उन्होंने कहा कि पंजाब तेजी से “पुलिस राज” की ओर बढ़ रहा है। इंदिरा गांधी द्वारा थोपे गए आपातकाल के पचास वर्ष पूरे होने पर “केजरीवाल ने उसी तानाशाही सोच को पंजाब में पुनर्जीवित कर दिया है, जहाँ सरकार के आदेश पर विरोधी आवाज़ों का गला घोंटा जाता था।”
चुग ने कहा कि “युद्ध नशियान विरुद्ध” अभियान महज़ एक पीआर स्टंट साबित हुआ है, जिसका असली मक़सद नशे के खिलाफ लड़ाई नहीं, बल्कि विपक्षी नेताओं को डराकर चुप कराना था। यदि मजीठिया के खिलाफ कोई साक्ष्य हैं तो उन्हें सार्वजनिक किया जाए, जांच निष्पक्ष और पारदर्शी हो, और न्याय अवश्य मिले — लेकिन सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर राज्य तंत्र का दुरुपयोग न करे।
चुग ने पंजाब के तमाम विपक्षी दलों से आह्वान किया कि वे इस दमनकारी मानसिकता और तानाशाही शासन के खिलाफ एकजुट होकर आवाज़ उठाएँ। साथ ही उन्होंने पंजाब की जनता से अपील की कि वे इस संविधान-विरोधी, अलोकतांत्रिक सरकार को लोकतांत्रिक तरीक़े से उखाड़ फेंकने के लिए आगे आएँ। उन्होंने कहा, “जिस पंजाब ने इंदिरा गांधी के आपातकाल को चुनौती दी थी, आज उसी जुझारूपन की फिर से आवश्यकता है।”