
बल्लां (जालंधर), 7 अगस्त
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज डेरा सचखंड बल्लां में लगभग 3.4 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एस.टी.पी.) और मुख्य पंपिंग स्टेशन का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर डेरा सचखंड बल्लां में नतमस्तक होकर डेरा प्रमुख संत निरंजन दास जी से आशीर्वाद प्राप्त किया।
श्रद्धा प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महान धार्मिक नेताओं के चरण स्पर्श और इस पावन स्थल के दर्शन का अवसर पाकर वे स्वयं को धन्य महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह धरती सदैव विश्व शांति, भाईचारे और सांप्रदायिक सौहार्द की मूल्यों को प्रोत्साहित करती रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा दिखाए मार्ग पर चलते हुए पंजाब सरकार ने स्वास्थ्य, रोजगार और अन्य प्रमुख क्षेत्रों के साथ-साथ शिक्षा को भी प्राथमिकता दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पहले ही इन क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण पहल कर चुकी है। उन्होंने बताया कि पंजाब ने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के एक नए युग की शुरुआत की है और आज शैक्षणिक परिणामों में पंजाब देश का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने गर्व से कहा कि अब कमजोर और पिछड़े वर्गों के विद्यार्थी भी नीट और जेईई जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, जो राज्य सरकार के समर्पित प्रयासों का परिणाम है।
राज्य सरकार की एक और ऐतिहासिक पहल का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने ‘मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना’ का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि देशभर में अपनी तरह की इस पहली योजना के अंतर्गत पंजाब के प्रत्येक परिवार को 10 लाख रुपए तक का कैशलेस इलाज मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे परिवारों पर वित्तीय बोझ काफी हद तक कम होगा और उन्हें गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित होंगी।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह ऐतिहासिक अवसर है क्योंकि डेरा सचखंड बल्लां में अब सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और मुख्य पंपिंग स्टेशन की नींव रखी गई है।
उन्होंने बताया कि इस एस.टी.पी. की क्षमता 0.5 एम.एल.डी. (मिलियन लीटर प्रतिदिन) होगी और यह प्रोजेक्ट 12 महीनों के भीतर पूरा होने की संभावना है। इस पर कुल 3.4 करोड़ रुपए की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत डेरा सचखंड बल्लां में श्रद्धालुओं को स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक वातावरण मिलेगा। इस पहल से स्वच्छता संबंधी बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण सुधार होगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस प्लांट से साफ किए गए पानी का पुनः उपयोग किया जाएगा, जिससे लगभग 13 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट स्वच्छ जल, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, पर्यावरण संरक्षण और भूजल पर निर्भरता को कम करने की दिशा में एक अहम कदम है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इस नेक कार्य में योगदान देने को अपने लिए सौभाग्य मानती है।
मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि डेरा सचखंड बल्लां ने सामाजिक कल्याण में लगातार अग्रणी भूमिका निभाई है और उन्हें अपने कार्यकाल में कई बार इस पवित्र स्थल के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने डेरा की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह संस्थान समता मूलक समाज के प्रतीक श्री गुरु रविदास महाराज जी के लाखों अनुयायियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने जनकल्याण और सामाजिक उत्थान में डेरा द्वारा किए गए प्रयासों, विशेषकर पिछड़े वर्गों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में किए गए कार्यों की सराहना की।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ., लाल चंद कटारूचक, डॉ. रवजोत सिंह और महिंदर भगत, लोकसभा सदस्य डॉ. राज कुमार चब्बेवाल, विधायक बलकार सिंह, इंदरजीत कौर मान और जसवीर सिंह गिल, पंजाब सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन चंदन ग्रेवाल, पंजाब राज्य सहकारी बैंक के चेयरमैन पवन टीनू, पंजाब एग्रो के चेयरमैन मंगल सिंह बासी और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।