जालंधर : लंबे समय से छावनी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे विधायक परगट सिंह ने 2018 में छावनी क्षेत्र के 12 गांवों को निगम की सीमा में शामिल करने से संबंधित प्रस्ताव दिया था जिस पर लंबी कार्रवाई चली और 2020 में इन 12 गांवों को निगम सीमा में शामिल कर लिया गया और औपचारिक नोटिफिकेशन भी जारी हो गया। अब कुछ ही महीनों बाद होने जा रहे निगम चुनावों के बाद इन सभी गांवों में पंचों सरपंचों की बजाय अब इन गांवों से बने वार्डों का प्रतिनिधित्व पार्षद किया करेंगे।

माना जा रहा है कि जिस प्रकार इन गांवों को निगम सीमा में शामिल हुए 4 साल का अरसा बीत चुका है, उस हिसाब से इन नए क्षेत्रों में विकास का तो नामोनिशान दिखाई नहीं दे रहा परंतु अब इन क्षेत्रों के लोगों को टैक्स सिस्टम को लेकर तरह-तरह की समस्याएं आनी शुरू हो गई हैंअब नगर निगम इन गांवों के निवासियों से प्रॉपर्टी टैक्स भी इकट्ठा कर रहा है और साथ ही साथ वाटर सीवरेज चार्ज भी वसूलने की प्रक्रिया शुरू है। इन गांवों के तहत आते सभी दुकानदारों को अब निगम से लाइसेंस भी लेना होगा। पहले इन गांवों के लोगों को घर दुकान इत्यादि बनाने की खुली छूट थी और उन्हें कोई पूछता नहीं था परंतु अब एक नई ईंट लगाते ही निगम अधिकारी और कर्मचारी पहुंच जाते हैं और नोटिस थमा देते हैं। गांवों से टैक्स कलेक्शन आसान बनाने के लिए यहां सभी घरों दुकानों इत्यादि के आगे यू.आई.डी.यू. युक्त नंबर प्लेटें भी लगाई जा रही हैं।

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